भारतीय बेंचमार्क सूचकांक इस हफ्ते भी मार्जिनल बढ़त दर्ज करवाने में रहे सफल

मुंबई, 22 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय बेंचमार्क सूचकांक दूसरी तिमाही के मजबूत नतीजों, कम महंगाई और भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद की वजह से इस हफ्ते भी मार्जिनल बढ़त दर्ज करवाने में सफल रहे।

इस हफ्ते जहां एक ओर सेंसेक्स 420.51 अंक या 0.50 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,231.92 स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 101.65 अंक या 0.39 की बढ़त दर्ज करवा कर 26,068.15 पर बंद हुआ।

एनालिस्ट ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में बेहतर नतीजों को लेकर उम्मीद ने एफआईआई बिकवाली को कम किया, जिससे रैली को सपोर्ट मिला। हालांकि, आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच सेंसेक्स 400.76 अंक या 0.47 प्रतिशत की गिरावट और निफ्टी 124 अंक या 0.47 प्रतिशत पर बंद हुआ।

इस हफ्ते ब्रॉडकैप सूचकांकों ने गिरावट में प्रदर्शन दर्ज करवाया। जहां निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.76 प्रतिशत की गिरावट में रहा, वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स ने 2.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करवाई।

अमेरिकी टेक शेयरों में कमजोरी के चलते आईटी स्टॉक पर बिकवाली का दबाव रहा। इस हफ्ते निफ्टी ऑटो और सर्विस गेनर्स की लिस्ट में रहे।

शुक्रवार के कारोबारी दिन मेटल और रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई, जहां निफ्टी मेटल 2.34 प्रतिशत की गिरावट में रहा और रियल्टी 1.86 प्रतिशत के नुकसान में रहा। इसके बाद पीएसयू बैंक 1.43 प्रतिशत, फाइनेंशियल सर्विस 1.06 प्रतिशत और मीडिया ने 0.78 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करवाई।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, "अगर घरेलू करेंसी पर दबाव जारी रहता है तो शॉर्ट टर्म में कुछ प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल सकती है। आगे निवेशकों का ध्यान ट्रेड डेवलपमेंट्स और आईआईपी और चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के जीडीपी डेटा जैसे इकोनॉमिक डेटा पर बनी रहेगी, जो कि बाजार की दिशा तय करने को लेकर अहम होंगे।

एनालिस्ट ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले सप्ताह में मार्केट तीसरी तिमाही में बेहतर होते डिमांड आउटलुक, मजबूत फ्लो और गिरावट पर खरीदारी के समर्थन से बेहतर बना रहेगा।

--आईएएनएस

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