अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने वित्त वर्ष 2025 में बिजली चोरी के खिलाफ तेज किए अपने प्रयास

मुंबई, 8 जुलाई (आईएएनएस)। अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी ने बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ 1,166 फर्स्ट इंफोर्मेशन रिपोर्ट (एफआईआर) रजिस्टर की हैं, जिसमें वित्त वर्ष 2023-24 में 974 एफआईआर की तुलना में काफी वृद्धि हुई और घाटे में कमी दर्ज की गई।

इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल (एटीएंडसी) घाटे में 0.77 प्रतिशत की सराहनीय कमी आई, जो पिछले वर्ष के 5.47 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2024-25 में 4.70 प्रतिशत हो गई।

यह उपलब्धि अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को इसके व्यापक नेटवर्क और विविध उपभोक्ता आधार को देखते हुए देश भर में सबसे कम एटीएंडसी घाटे वाली डिस्कॉम में शामिल करती है।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "बिजली चोरी ईमानदार और भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं पर अनुचित रूप से बोझ डालती है। अदाणी इलेक्ट्रिसिटी बिजली चोरी के खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों का मुकाबला कर, हम अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा करते हैं। हम इस वर्ष एटीएंडसी घाटे को कम करने के लिए विशिष्ट क्षेत्रों में अपने प्रयासों को तेज करेंगे।"

वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने 37,424 सामूहिक छापे मारे, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 26,628 सामूहिक छापों की तुलना में 41 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

इस गहन सतर्कता से एफआईआर में 20 प्रतिशत की वृद्धि और विषम समय की छापेमारी (सुबह-सुबह, देर शाम और छुट्टी के दिनों सहित) में 44 प्रतिशत की वृद्धि भी परिलक्षित होती है।

इसके अतिरिक्त, दर्ज किए गए बिजली चोरी के मामलों की संख्या में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। छापेमारी के दौरान 60.90 टन अवैध तार बरामद किए गए। कुल 23.76 मिलियन यूनिट की चोरी का आकलन किया गया, जिसकी राशि 44.92 करोड़ रुपए है।

पिछले वित्त वर्ष में अदाणी इलेक्ट्रिसिटी की विजिलेंस टीम ने चार बड़े बिजली चोरी के मामलों का खुलासा किया था।

अप्रैल 2024 में, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी की विजिलेंस टीम ने घाटकोपर में एक निर्माण कंपनी को मीटर इनकमिंग टर्मिनल से सीधे अवैध रूप से बिजली का इस्तेमाल करते हुए पाया। इससे 40,50,589 रुपए की बिजली चोरी का मामला सामने आया। डिस्कॉम ने घाटकोपर के पंत नगर पुलिस स्टेशन में ग्राहक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

जनवरी 2025 में, दूसरे बड़े चोरी के मामले में, टीम ने एक ग्राहक को अंधेरी में अनधिकृत बिजली कनेक्शन का इस्तेमाल कर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट संचालित करते हुए पकड़ा। इसके परिणामस्वरूप 51.09 लाख रुपए की बिजली चोरी हुई। ग्राहक के खिलाफ बांद्रा के खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।

फरवरी में बिजली चोरी के तीसरे मामले में अंधेरी में प्रिंटिंग, बाइंडिंग, लेमिनेशन और पैकेजिंग इंडस्ट्री में एक ग्राहक शामिल था। कंपनी के अनुसार, "यह ग्राहक वाई और बी चरणों पर एक्सटर्नल शंट वायर का इस्तेमाल कर मीटर छेड़छाड़ के माध्यम से बिजली चोरी में शामिल पाया गया। इसके कारण 32.04 लाख रुपए की बिजली चोरी का मामला सामने आया। औद्योगिक ग्राहक के खिलाफ खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।"

इसी तरह, मार्च में, जिम और फिटनेस सेंटर चलाने वाले एक ग्राहक की उसके कैंपस के लिए दो आधिकारिक कनेक्शन होने के बावजूद बिजली चोरी में संलिप्तता पाई गई।

इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप 38,36,948 रुपए की बिजली चोरी का मामला सामने आया। ग्राहक के खिलाफ गोवंडी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने कहा कि वह नियमित रूप से सामूहिक छापेमारी करने, अपराधियों को पकड़ने और बिजली चोरी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को जब्त करने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करता है।

वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, बड़ी मात्रा में (60.90 टन) अनधिकृत तार और अन्य उपकरण जब्त किए गए।

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी के प्रवक्ता ने कहा, "अदाणी इलेक्ट्रिसिटी सभी मुंबईकरों को विश्वसनीय और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता में अडिग है।"

--आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम

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