बहादराबाद (दैनिक हाक): सिडकुल की मुंजाल सोया कंपनी के कर्मचारियों ने कर्मचारियों का उत्पीड़न किए जाने के गंभीर आरोप लगाते हुए कंपनी के गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
कंपनी के कर्मचारी लगातार गेट के सामने धरने पर डटे हुए हैं और कार्य बहिष्कार कर अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैंस लगातार कार्य बहिष्कार के चलते धरने पर बैठे कर्मचारियों में से एक कर्मचारी की देर रात अचानक बिगड़ी तबीयत उपचार के लिए एक निजी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल की मुंजाल शोया लिमिटेड कम्पनी में कर्मचारियों को रेगुलर करने और सैलरी बढ़ाने के अलावा अपनी अन्य मांगों को पूरी करने के चलते सैकड़ों कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि हम अपनी सेलरी बढ़ाने और कई कर्मचारियों को रेगुलर करने के अलावा अपनी अन्य मांगों को लेकर पिछले कई महीनों से कम्पनी प्रबंधन को अवगत करा रहे है। इससे पहले भी हमने कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया था। कई दिन के कार्य बहिष्कार के बाद कम्पनी प्रबंधन ने हमारी मांगे मान ली थी।जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में हमारा लिखित में समझौता हो गया था। अब फिर लिखित समझौते का समय पूरा होने पर कम्पनी प्रबंधन उनका वेतन नही बढ़ा रहा है ऐसे में कर्मचारियों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है सभी कर्मचारी यहां किराए के मकान पर रह कर अपना जीवन यापन कर रहे है और हमें किराया और राशन वाले का भी हर महीने पैसा देना होता है इस तरह की परिस्थिति में कर्मचारियों के सामने बहुत ज्यादा समस्याएं पैदा हो रही है। कर्मचारियों की पिछले महीने कम्पनी प्रबंधन से सेलरी बढ़ाने को लेकर भी बात हुई थी। जहां उनको एक इस महीने का उनका वेतन बढ़ाकर देने की बात कह कर मामला रफा दफा कर दिया था लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों का वेतन अभी तक नहीं मिल पाया है। अपनी मांगों के चलते आज फिर से हमने कार्य बहिष्कार कर दिया है। हमने सहायक श्रम आयुक्त को अपना माँग पत्र देकर शिकायत करते हुए पूरे मामले से अवगत करा दिया है। जब तक हमारी मांगे पूरी नही होती ऐसे ही कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
वही क्षेत्रीय श्रम आयुक्त मधु नेगी ने बताया कि सरकार द्वारा कर्मचारियों के मिनिमम वेतन में बढ़ोत्तरी की गई है। फिर भी कुछ कंपनियों में इसको लागू नही किया गया है। जिसकी वजह से यह दिक्कत आ रही है। कम्पनी प्रबन्धन से इस मामले को लेकर बात की जाएगी। जल्द ही कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की जाएगी। अगर मामले का जल्द निपटारा नही हुआ तो मामला लेवर कोर्ट में भेज दिया जाएगा