हरिद्वार (दैनिक हाक): चेतक सिपाहियों पर हमला कर घायल करने वाले फरार 25-25 हजार के ईनामी पांच बदमाशों को पुलिस व सीआईयू की सयुंक्त टीम ने सूचना पर पंतद्वीप पार्किग के पास से शुक्रवार की रात को गिरफ्तार कर लिया, जिनके पास से पुलिस टीम ने लाखों की नगदी, जेवरात, ताला तोड़ने के औजार व गुलेल बरामद की है। जबकि दो अन्य आरोपी फरार है, जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी है। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने कनखल, रानीपुर, सिडकुल में चोरी की वारदात को अंजाम देना कबूला है। घटना का खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को रोशनाबाद स्थित पुलिस कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से रूबरू होते हुए साझा की। उन्होंने बताया कि 26 मई 22 की रात को गश्त के दौरान कोतवाली रानीपुर के शिवालिकनगर में चेतक सिपाही प्रीतपाल और विजयपाल द्वारा दो संदिग्धों को दबोचा गया था। जिसपर संदिग्धों के दो अन्य साथियों ने सिपाहियों पर हमला बोल कर अपने दोनों साथियों को छुड़ा कर ले गये थे। बदमाशों के गुलेल से किये गये हमले में एक सिपाही प्रीतपाल की एक आंख खोनी पड़ी थी। फरार बदमाशों को दबाचने के लिए कई टीमें गठित कर सीआईयू को भी शमिल किया गया था। उन्होंने बताया कि घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश की जा रही थी। फरार बदमाशों की गिरफ्रतारी पर 25-25 हजार के ईनाम घोषित किया गया था। वहीं पुलिस की एक टीम बदमाशों की कुण्डली खंगलाने में जुटी थी। शिवालिकनगर की घटना और कनखल, रानीपुर और सिडकुल क्षेत्र में हुई चोरी की घटना के सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की गयी। तो पता चला कि उक्त थाना क्षेत्रें में हुई चोरी की घटना और शिवालिकनगर के हमलावरों की सीसीटीवी फटेज में नजर आने वाले बदमाशों की सलिप्ता पायी गयी। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने जब बदमाशों की कुण्डली को ओर गहराई से जांच की तो मालूूम हुआ कि फरार बदमाश खानाबदोश पारदी जाति के कुख्यात गैंग से ताल्लुकात रखते हैं, जो पूरे भारत वर्ष में गम्भीर घटना किये जाने के लिये कुख्यात माने जाते हैं।
पुलिस टीम के जानकारी हासिल करने पर पता चला कि यह गैंग से जुड़े सदस्य हरिद्वार में भी अक्सर मेलों में अपराध करने की नीयत से आते जाते रहते है जो कि घाटों, पार्किंग, सडक किनारे आदि स्थानो पर अस्थायी ठिकाने (तम्बू) बनाकर रहते है और अपराध करने के उपरान्त उक्त जगह को छोड़ कर चले जाते हैं। एसएसपी ने बताया कि शुक्रवार की रात को पुलिस टीम को सूचना मिली कि फरार बदमाशों को रोडीबेलवाला क्षेत्र स्थित पंतद्वीप पार्किग के पास देखा गया है। सूचना पर पुलिस व सीआईयू की संयुक्त टीम ने छापा मारकर पांच बदमाशों को दबोच लिया। जिनके पास से पुलिस टीम ने तीन लाख की नगदी, लाखों के सोने के जेवरात, ताला तोड़ने के औजार व गुलेल आदि बरामद की है। बदमाशों को पकड़ कर कोतवाली रानीपुर लाया गया।
पूछताछ के दौरान बदमाशों ने अपना नाम राहुल पुत्र प्रकाश सिन्धी निवासी नीलगिरी सर्किल थाना लंम्बाई जिला सूरत गुजरात हाल निवासी नया आबादी सुवासरा थाना सुवासरा जिला मंन्सौर मध्य प्रदेश, सन्नी ऊर्फ समीर पुत्र बुकलिया निवासी अस्सी फुटा टेडी बगिया शिवलोक निकट डिग्री कालेज थाना एतमाउदौला आगरा, मुकेश मारवाड़ी पुत्र अमर सिंह ऊर्फ भूर निवासी मारवाड़ी इन्द्रा नगर महता बाग निकट जमुना ब्रिजघाट थाना एतमादौला आगरा, गुज्जर ऊर्फ गुर्जन पुत्र स्व. बाबा सिंह निवासी नई आबादी सुवासरा थाना सुवासरा जिला मन्सौर म.प्र. और शंकर ऊर्फ वीरू पुत्र अमर सिंह ऊर्फ राजू ऊर्फ भूरा निवासी नगला राम मूल काशी राम योजना अस्सी फुटा रोड निकट मन्डी समिति अपेक्स होस्पिटल के पीछे थाना एतमादौला जिला आगरा बताते हुए खुलासा किया कि उन्होंने अपने दो अन्य साथियों जोकि फरार हैं के साथ मिलकर कोतवाली रानीपुर क्षेत्र स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर स्कूल, थाना कनखल क्षेत्र में अधिवक्ता मनीष मेहता के घर से लाखो की चोरी समेत छह चोरी की वारदात को अंजाम देना कबूला है। पुलिस फरार बदमाशों की सरगर्मी से तलाश में जुटी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। प्रेसवार्ता के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार, सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान, कोतवाली रानीपुर प्रभारी अमर चंद शर्मा, सीआईयू प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र सिंह बिष्ट समेत टीम के सदस्य मौजूद रहे।