लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा विपक्ष जीतें तो ठीक, भाजपा जीते तो ईवीएम में गड़बड़ी है, यह कहना जनादेश का अपमान है। विधानसभा सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपने संबोधन में राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्यपाल के अभिभाषण पर हमने नेता प्रतिपक्ष के एक घंटे के भाषण को सुना। मुझे उनकी कुछ बातों पर आश्चर्य हो रहा था। एक व्यक्ति चुनावी सभाओं में बोलता है, मीठी-मीठी बातें करता है, लेकिन सदन में अगर जमीनी हालात पर बात होती तो बेहतर होता। उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा हम जीतें तो अच्छा है, भाजपा जीत जाए तो साहब ईवीएम में गड़बड़ी कर दी गई, यह कहना तो जनता-जनार्दन का अनादर है। अखिलेश ने विधानसभा में कहा था ये लोग कैसे चुनाव जीते हैं, हम जानते हैं।
उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अपने संबोधन में भाजपा सरकार की जमकर आलोचना की थी। राज्यपाल ने 23 मई को विधानसभा सत्र की शुरुआत में समवेत सदन (विधानसभा और विधान परिषद) को संबोधित करते हुए योगी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती (2017-2022) सरकार की उपलब्धियां गिनाई थीं और मौजूदा सरकार की भावी कार्ययोजना बताई थी। योगी ने नेता प्रतिपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा मुझे उनके भाषण पर एक बात कहनी है और फिर उन्होंने यह शेर पढ़ा-नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं, जमीं पे चांद सितारों की बात करते हैं। वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अखिलेश का एक घंटे का भाषण देखेंगे तो महसूस होगा कि जनादेश प्राप्त सरकार के प्रति इस तरह की बातें करना तो जनता-जनार्दन का अनादर है। उन्होंने कहा हमारी सरकार ने 2017 में स्थानीय निकाय के चुनाव संपन्न कराए, जिसमें कोई हिंसा नहीं हुई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कहीं से हिंसा की कोई खबर नहीं आई।
सन 2021 में पंचायत चुनाव और 2022 में विधानसभा चुनाव भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए। योगी ने एक विद्वान के हवाले से कहा अभिमान तब आता है, जब हमें लगता है कि हमने कुछ किया है और सम्मान तब मिलता है, जब दुनिया को लगता है कि आपने कुछ किया है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों को जो जनादेश मिला है, वह उसी सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव में सपा के समर्थन के लिए पश्चिम बंगाल से एक दीदी आई थीं।
मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि इस दौरान राज्य की 294 सीटों में से 142 सीटों पर हिंसा की लगभग 12 हजार घटनाएं हुई थीं और यही नहीं 25 हजार बूथ प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के दस हजार से अधिक कार्यकर्ता आश्रय स्थलों में जाने को मजबूर हो गए थे और 57 कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई थी, जबकि 123 महिलाओं के साथ अमानवीय अत्याचार हुआ था तथा सात हजार मामले दर्ज किए गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा पश्चिम बंगाल की आबादी उत्तर प्रदेश की आबादी की आधी है। फिर भी उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान और उसके बाद कोई हिंसा नहीं हुई, यह बेहतरीन कानून-व्यवस्था का एक उदाहरण है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार न होती तो यह स्थिति संभव होती? योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, हमें हमारा नेतृत्व हमेशा एक ही बात के लिए आगाह करता है कि हमारा मिशन केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि देशहित में कार्य करना है। भारत ने संसदीय लोकतंत्र को अपनाया है तो उस संसदीय लोकतंत्र की भावनाओं का सम्मान करते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा नेता प्रतिपक्ष ने अच्छा भाषण दिया, पर अपनी सरकार के बारे में कुछ बता दिया होता तो अच्छा होता। लोकसेवा आयोग भर्ती घोटाले की बात कर लेते, सहकारिता भर्ती, जल निगम भर्ती की चर्चा कर लेते, गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की चर्चा कर लेते, खनन घोटाले की बात कर लेते, आज भी उनकी सरकार के खनन मंत्री जेल में हैं।