लखनऊ: राजधानी की 1200 राशन दुकानों पर अगले माह समय पर राशन पहुंचेगा और कार्डधारकों को समय वितरित होगा। क्योंकि जून माह से सिंगल डोर स्टेप व्यवस्था लागू होने जा रही है। इसके तहत अब एफसीआई के डिपो से गेहूं -चावल सीधे कोटेदार की दुकान पहुंचेगा। राजधानी में इसकी तैयारी शुरू हो गई है। राजधानी में राशन की उठान की व्यवस्था बहुत खस्तहाल है। यहां करीब साल भर पहले डोर स्टेप डिलिवरी समाप्त कर दी गई। कोटेदारों को स्वयं गोदामों से राशन लाना पड़ता है। सरकार इसके एवज में 15 से 18 रुपए प्रति कुंतल भाड़ा देती है। लेकिन वास्तव में कोटेदारों को प्रति कुंतल 40 से 45 रुपए भाड़ा व पल्लेदारी देना पड़ता है। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी निश्चल आनंद बताते हैं कि इस योजना में ब्लॉक स्तरीय गोदाम की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी । कोटेदारों की दुकान तक खाद्यान पहुंचाने के लिए रूट मैपिंग की गई है। ठेकेदार निर्धारित रूट पर एफसीआई से खाद्यान्न लेकर कोटेदारों तक पहुंचाएगा। गेहूं चावल उतारने के लिए ठेकेदार ही अपने मजदूर व पल्लेदार लगाएंगे। इस प्रकार कोटेदार को किसी प्रकार का खर्च नहीं करना होगा। हर ब्लॉक के लिए ठेकेदारों की व्यवस्था आरएफसी द्वारा की जाएगी। लखनऊ में ठेकेदारों की नियुक्ति की जा चुकी है।