लखनऊ: यूपी के लोकसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की हैं। सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई आजमगढ़ सीट से भोजपुरी अभिनेता दिनेशलाल यादव निरहुआ पर फिर से दांव खेला गया है। जबकि सपा नेता आजम खान के इस्तीफे से खाली हुई रामपुर सीट से घनश्याम लोधी को टिकट दिया गया है। दरअसल, रामपुर और आजमगढ़ सीट पर समाजवादी पार्टी की साख दांव पर लगी हुई है। वहीं बसपा ने रामपुर से प्रत्याशी नहीं उतारने का निर्णय लिया और आजमगढ़ से गुड्डू जमाली को उतारा है। सपा ने आजमगढ़ से बलिहारी बाबू के लड़के सुशील को उतारने की तैयारी की है। कभी आजम के इतने करीबी रहे बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम लोधी एमएलसी का टिकट हेलीकॉप्टर से रामपुर मंगवाया गया था। अब रामपुर की सीट पर बीजेपी से घनश्याम लोधी चुनावी मैदान में हैं। घनश्याम को टिकट देने के पीछे बीजेपी की मंशा है कि आजम खान के पुराने करीबी होने का फायदा मिलेगा दूसरा पिछड़ा वोट बैंक भी जुटने में मदद मिलेगी। इसी तरह आजमगढ़ से एक बार फिर निरहुआ पर बीजेपी ने भरोसा जताया है।
बता दें कि निरहुआ आजमगढ़ सीट पर 2019 में भी अखिलेश यादव के सामने थे। लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन जैसे ही विधानसभा चुनाव के लिए अखिलेश ने आजमगढ़ लोकसभा सीट छोड़ी, तभी से निरहुआ अचानक फिर से सक्रिय हो गए थे। हालांकि जिस तरह से कांग्रेस बैकफुट पर आई और सपा ने दलित चेहरे पर आजमगढ़ में भरोसा जताया। उससे अगर कहीं यादव वोट कुछ प्रतिशत बीजेपी में चला गया और मुस्लिम बीएसपी प्रत्याशी गुड्डू जमाली के खाते में गया तब बीजेपी का रास्ता आसान होगा। हालांकि बीजेपी के पास दोनों सीटों में खोने को कुछ नहीं है। दोनों सीटों के जातिगत समीकरण बीजेपी के पक्ष में नहीं रहे। इन दोनों सीटों पर सपा के दिग्गजों ने जीत हासिल की थी।