नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और पत्रकार व ‘‘ऑल्ट न्यूज'' के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी का विरोध करने पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया। पार्टी ने आरोप लगाया कि ये सभी उस ‘‘जहरीले इकोसिस्टम'' के हिस्से के रूप में काम कर रहे हैं, जिसमें यदि एक पकड़ा जाता है तो दूसरा अपराधी उसका बचाव करता है। सीतलवाड़ की गिरफ्तारी के खिलाफ सोमवार को आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि ऐसे मामले में आरोपियों का समर्थन करना और सुविधानुसार न्यायिक कार्रवाई का विरोध करना न्यायपालिका के प्रति विपक्षी पार्टी के विश्वास पर सवालिया निशान खड़े करता है।
भाटिया ने दावा किया कि सीतलवाड़ के खिलाफ गुजरात पुलिस की कार्रवाई उच्चतम न्यायालय द्वारा उनकी और अन्य की कड़ी आलोचना के बाद की गई। उन्होंने कहा कि अदालत की टिप्पणी से मानवाधिकार की रक्षा करने का ठेका लेकर बैठे कुछ लोगों का असली चरित्र सामने आ गया। उन्होंने कहा, ‘‘तीस्ता सीतलवाड़ के साथ रहे उनके एक साथी के बयानों से स्पष्ट हुआ है कि ये लोग पीड़ित परिवारों के न्याय की लड़ाई नहीं लड़ रहे। इनका निशाना तो गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक पारी को खत्म करना था।''
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि ‘‘चैंपियन ऑफ ह्यूमन राइट्स'' होने का दावा करने वाली सीतलवाड़ तो केवल सांम्प्रदायिक नफरत फैलाने की छोटी ब्रांच थीं, उसका हेडक्वार्टर कांग्रेस पार्टी में है। उन्होंने कहा, ‘‘इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी इनकी सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) थीं।''
नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछताछ के दौरान कांग्रेस की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शनों का उल्लेख करते हुए भाटिया ने कहा कि कुछ लोगों के लिए बगैर दोषी साबित किए जाने के बावजूद गांधी निर्दोष हैं लेकिन मोदी को लेकर उनकी राय अलग होती है और उनके निर्दोष साबित होने के बाद भी उन्हें दोषी मानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस ढोंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।''
ज्ञात हो कि छात्रों, शिक्षकों ओर कार्यकर्ताओं के एक समूह ने सोमवार को जंतर मंतर पर सीतलवाड़ की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और अजय माकन भी शामिल हुए थे। जुबैर की गिरफ्तारी और विपक्षी नेताओं के इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कोई स्वघोषित ‘‘फैक्ट चेकर'' यानी तथ्य परीक्षक नहीं हो सकता है।
भाटिया ने कहा कि जुबैर ने पूर्व में ऐसे कुछ ट्वीट किए हैं जिनसे बड़ी संख्या में हिन्दू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं।