महाराष्ट्र के राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे नीत सरकार से बृहस्पतिवार को शक्ति परीक्षण का सामना करने को कहा

Bhagat Singh Koshyari-UddhavThackeray

मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र विधानभवन के प्रधान सचिव को बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का शक्ति परीक्षण कराने को कहा है। शिवसेना ने इस निर्देश को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया है।


कोश्यारी ने मंगलवार देर रात को महाराष्ट्र विधानभवन के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत को यह पत्र जारी किया। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत भाजपा नेताओं के एक समूह ने राज भवन में उनसे मुलाकात की थी और शिवसेना में बगावत के मद्देनजर सरकार को अपना बहुमत साबित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।


बहरहाल, शिवसेना ने राज्यपाल के निर्देश के खिलाफ बुधवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया। उच्चतम न्यायालय याचिका पर शाम पांच बजे सुनवाई करेगा।


महाराष्ट्र विधान भवन के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत को लिखे पत्र में कोश्यारी ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र विधानसभा का एक विशेष सत्र 30 जून (बृहस्पतिवार) को पूर्वाह्न 11 बजे बुलाया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान एकमात्र एजेंडा होगा और किसी भी सूरत में सदन की कार्यवाही शाम पांच बजे तक पूरी करनी होगी।’’


पत्र में कहा गया है, ‘‘सदन की कार्यवाही का सीधा (लाइव) प्रसारण किया जाएगा और इसके लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे।’’


पत्र में राज्यपाल ने मंगलवार को सात निर्दलीय विधायकों द्वारा भेजे गए ई-मेल का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने सदन में बहुमत गंवा दिया है इसलिए जल्द से जल्द शक्ति परीक्षण कराना अनिवार्य हो गया है।


उन्होंने विधानसभा प्रशासन से यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को भी कहा है कि शक्ति परीक्षण पारदर्शी तरीके से कराया जाए।


राज्यपाल ने पत्र में कहा, ‘‘शक्ति परीक्षण मतों की गिनती के उद्देश्य से सदस्यों से अपनी-अपनी सीट पर खड़े होने के लिए कहकर कराया जाए। विश्वास मत की पूरी प्रक्रिया की एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा वीडियोग्राफी करायी जाएगी तथा इसे मुझे सौंपा जाएगा।’’


उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मतदान समेत सदन की कार्यवाही बिना किसी स्थगन के बृहस्पतिवार को अनिवार्य रूप से पूरी की जाए।


उन्होंने पत्र में मौजूदा राजनीतिक हालात के कुछ संदर्भ भी देते हुए कहा, ‘‘मुझे राज्य में राजनीतिक हालात के बारे में बताया गया और बाद में विपक्ष के नेता ने एक पत्र देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा में बहुमत गंवा चुके हैं। उन्होंने राज्य में अलोकतांत्रिक माध्यमों से किसी भी राजनीतिक मोलभाव से बचने के लिए जल्द से जल्द शक्ति परीक्षण कराने की मांग की।’’


कोश्यारी ने कहा, ‘‘करीब 39 विधायकों के खिलाफ मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य स्थानों पर हिंसा से उनके तथा उनके परिवार के सदस्यों की जान को खतरा पैदा हुआ। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सरकार सदन के विश्वास के साथ काम करती रहे।’’


उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे बृहस्पतिवार को सदन में अपना बहुमत साबित करने की अपील की है।’’


कोश्यारी ने कहा कि कुछ नेताओं द्वारा दिए गए उकसावे वाले बयानों पर विचार करते हुए मतदान प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखने के लिए विधानभवन के बाहर और भीतर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाए।


पुलिस के अनुसार, महाराष्ट्र के 18 जिलों में कुछ लोगों के खिलाफ तोड़फोड़, नारेबाजी और ऐसी ही गतिविधियों के मामले दर्ज किए गए हैं। बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में ठहरे शिवसेना के कुछ विधायकों के कार्यालयों पर कथित तौर पर ठाकरे के समर्थकों ने हमला किया।


शिंदे ने बुधवार को कहा कि वह परेशानी से घिरी उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार के खिलाफ शक्ति परीक्षण के लिए बृहस्पतिवार को मुंबई पहुंचेंगे।


—भाषा


Related posts

Loading...

More from author

Loading...