अगले माह यूपी को मिलेगा पहले डेटा सेंटर पार्क का उपहार

824 महीने में बनकर तैयार हुआ हीरानंदानी समूह द्वारा विकसित डेटा सेंटर योट्टा डी-1
Yotta Park

सहारनपुर (दैनिक हाक): उत्तर प्रदेश में रूपये 5000 करोड़ की लागत से तैयार पहला डेटा सेंटर पार्क शुरू होने के लिए तैयार है। हीरानंदानी समूह द्वारा विकसित करीब 03 लाख स्वायर फीट परिसर में फैले इस डेटा सेंटर पार्क को महज 24 महीने में तैयार कर लिया गया है। स्वाध्ीनता दिवस के बाद होने जा रहे इस डेटा सेंटर पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है।

ग्रेटर नोएडा क्षेत्रा में लाइव होने को तैयार इस अत्याध्ुनिक डेटा सेंटर की पहली बिल्डिंग को योट्टा डी-1 नाम दिया गया है। इस एक डेटा सेंटर बिल्डिंग की कुल क्षमता 5000 सर्वर रैक की है, साथ ही 28.8 मेगावॉट आईटी पॉवर की सुविध है, जिससे तकरीबन 48 घंटे का आईटी पॉवर बैकअप मिल सकेगा। तय परियोजना के अनुसार यहां कुल 06 डेटा सेंटर बिल्डिंग बनाई जानी है। जिसके बाद यहां कुल 30 हजार सर्वर रैक की क्षमता होगी और करीब 250 मेगावॉट बिजली का उत्पादन भी होगा। मालूम हो कि हीरानंदानी समूह का डेटा सेंटर सम्बन्ध्ी उपक्रम है।

दिसम्बर 2020 में शिलान्यास, अगस्त 2022 में उद्घाटन

 देखते बीते दिनों ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 में आए हीरानंदानी समूह के मुखिया निरंजन हीरानंदानी ने कहा था कि देश और प्रदेश के आर्थिक विकास में प्रधनमंत्राी मोदी और मुख्यमंत्राी योगी का योगदान बुलेट ट्रेन की तरह है। उन्होंने प्रदेश सरकार की नीति और नीयत की ऽुले मन से सराहना की थी। सरकार के साथ अपने अनुभव को मंच से साझा करते हुए उन्होंने बताया था कि अगस्त 2020 में हमारी बातचीत उत्तर प्रदेश सरकार से शुरू हुई और अक्टूबर 2020 में हमें जमीन आवंटित हो गई। दिसंबर 2020 में परियोजना का शिलान्यास हुआ। जनवरी 2021 में परियोजना के लिए आवश्यक क्लियरेंस मिल गई और मार्च 2021 से डाटा सेंटर का निर्माण शुरू हो गया। एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2025 तक भारत का डेटा एनालिटिक्स उद्योग 16 बिलियन से अध्कि होने का अनुमान है, ऐसे में डेटा सेंटर इंÚास्ट्रक्चर में निवेश को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ऽास ध्यान दे रही है। डाटा सेन्टर क्षेत्रा की महत्ता को देऽते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी 2021 में उ.प्र. डाटा सेन्टर नीति अध्सिूचित की गई है। नीति के अन्तर्गत विभिन्न निवेशकों द्वारा वर्तमान में लगभग रूपये 15,950 करोड़ से अध्कि निवेश से 04 डाटा सेन्टर पार्क्स की स्थापना का कार्य प्रक्रियाध्ीन है। इनमें 9134.90 करोड़ के निवेश वाली हीरानन्दानी समूह की मेसर्स एनआईडीपी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, जापान की रूपये 1687 करोड़ के निवेश वाली मेसर्स एनटीटी ग्लोबल सेंटर्स एंड क्लाउड इंÚास्ट्रक्चर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा रूपये 2414 करोड़ व रूपये 2713 करोड़ की दो परियोजनाएं अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की हैं। विगत 03 जून को सम्पन्न तृतीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में यह निवेश प्रस्ताव भी सम्मिलित थे। 

इन परियोजनाओं के शुरू होने से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। मालूम हो कि डाटा सेंटर नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सर्वर का एक बड़ा समूह है। बड़ी मात्रा में डाटा भंडारण, प्रोसेसिंग व वितरण के लिए कंपनियों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है। सोशल मीडिया प्लेटपफार्म मसलन पफेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूटड्ढूब, बैंकिंग, खुदरा, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा/पर्यटन और अन्य ट्रांजेक्शन में बहुत अध्कि डेटा पैदा होता है, जिसके संग्रहण के लिए डेटा सेंटर की बड़ी उपयोगिता है। 

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