हरिद्वार: यूनेस्को द्वारा दीपावली को विश्व धरोहर घोषित किए जाने के बाद लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। अब हरिद्वार के साधु-संतों ने खुशी जाहिर की है और कहा कि भारत के विश्वगुरु बनने का यह प्रारंभिक कदम है।
हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रबोधानंद गिरि ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि दीपावली का पर्व अंधकार से प्रकाश की तरफ जाने का संदेश देता है। समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी है कि वह इस संदेश को लोगों तक पहुंचाए। साधु-संत भी समाज का ही अंग हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में सनातन के पर्व, मान्यता और उत्सव मानव जीवन को उत्थान की ओर ले जाने वाले हैं। ये पर्व जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं। दीपावली का त्योहार अब पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बन गया है।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग सनातन के दुश्मन हैं। अंधकार में जीवन जीने वाले कुछ लोग हैं, जिन्हें प्रकाश से कोई लेना-देना नहीं होता। दीपावली मानवता को प्रेरणा देने वाला पर्व है।
हरिद्वार की एक साध्वी ने कहा कि दीपावली को विश्व धरोहर घोषित करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। हमारा हिंदुस्तान विश्वगुरु बनने की कगार पर है, यह इसका प्रारंभिक संकेत है। अब मुझे विश्वास हो गया है कि हमारा देश विश्वगुरु बनेगा।
उन्होंने समाज को संदेश देते हुए आगे कहा कि अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाने की जिम्मेदारी सभी की है। गुरु समाज को अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाने का मार्ग दिखाते हैं और जनता उसका अनुसरण करती है। हर देश दीपावली मनाए। दुर्गा पूजा भी सभी को मनाना चाहिए।
राजेश आनंद गिरि महाराज का कहना है कि भारत हिंदू राष्ट्र था ही और अब इसकी घोषणा भी होनी चाहिए। गौ माता को भी राष्ट्र माता घोषित किया जाना चाहिए। सनातन के हर त्योहार और पर्व को इसकी मान्यता देनी चाहिए।
--आईएएनएस
