बीजिंग: चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव शी चिनफिंग ने कहा कि चीनी राष्ट्र का निर्माण विभिन्न जातीय समूहों के बीच आवाजाही, आदान-प्रदान व एकीकरण के माध्यम से हुआ है और चीनी राष्ट्र का महान पुनरुत्थान भी सभी जातीय समूहों की आवाजाही, आदान-प्रदान व एकीकरण के माध्यम से साकार होगा।
सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से चीन के शीत्सांग के सभी सरकारी अधिकारी और निवासी बर्फीले पठार पर चीनी सपने का निर्माण करने में प्रयास कर रहे हैं।
इस साल 7 जनवरी को शीत्सांग की तिंगरी काउंटी में 6.8 तीव्रता वाला भूकंप आया। भूकंप आने के तुरंत बाद देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए बचाव दल और राहत सामग्री क्रमशः तिंगरी काउंटी पहुंची। उसके बाद सात महीनों में सभी लोगों के प्रयास में खंडहरों पर नए घर बनाए गए। 15 अगस्त तक 2,578 परिवार नए घरों में चले गए। नए मकान में पानी, बिजली और संचार जैसी बुनियादी सुविधाएं सब उपलब्ध हैं।
बहु-जातीय समुदाय होने के नाते शीत्सांग में तिब्बती, हान, ह्वी, ल्वोपा और मनपा समेत 50 जातीय लोग रहते हैं। विभिन्न जातीय लोग एक परिवार की तरह आपसी सहायता करते हैं। हाल के वर्षों में शीत्सांग ने चीन की उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति के विकास और युवाओं के बीच आदान-प्रदान पर जोर दिया।
इसके तहत 72 हजार विभिन्न जातीय युवाओं और बच्चों ने भीतरी इलाकों के युवाओं के साथ पत्रों का आदान-प्रदान किया।
आज के शीत्सांग में विभिन्न जातीय लोग एक साथ रहने व अध्ययन करने के माध्यम से समझ बढ़ाते हैं, संयुक्त निर्माण व साझाकरण के माध्यम से आम सहमति बनाते हैं और साथ मिलकर काम करने व मौज-मस्ती करने के माध्यम से दोस्ती गहरी करते हैं। इससे नए युग में राष्ट्रीय एकता और प्रगति कार्य का नया अध्याय जोड़ा गया।