वर्जीनिया की उपराज्यपाल बनीं हैदराबाद में जन्मी गजाला हाशमी, रचा इतिहास

वर्जीनिया की उपराज्यपाल बनीं हैदराबाद में जन्मी गजाला हाशमी, रचा इतिहास

हैदराबाद, 5 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के वर्जीनिया में लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद पर हैदराबाद में जन्मी गजाला हाशमी ने जीत की मुहर लगा दी है। वह इस पद पर आसीन होने वाली पहली मुस्लिम, पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी और पहली भारतीय मूल की महिला हैं।

छह साल पहले गजाला वर्जीनिया राज्य की सीनेटर के रूप में निर्वाचित हुई थी। 61 साल की डेमोक्रेट ने वर्जीनिया के उपराज्यपाल पद के चुनाव में रिपब्लिकन जॉन रीड को मात दी और इतिहास रच दिया।

बता दें कि इससे पहले रिपब्लिकन विनसम अर्ल-सियर्स इस पद पर थे। वहीं अब इसकी जिम्मेदारी गजाला हाशमी संभालेंगी, जो इस पद पर बैठने वाली पहली महिला हैं।

गजाला फिरदौस हाशमी का जन्म 1964 में हैदराबाद में तनवीर और जिया हाशमी के घर हुआ था। बचपन में वह यहां के मलकपेट इलाके में अपने नाना-नानी के घर रहती थीं। उनके नाना आंध्र प्रदेश सरकार के वित्त विभाग में कार्यरत थे।

हालांकि, जब वह चार साल की थीं, तब वह अपनी मां और बड़े भाई के साथ अपने पिता के पास संयुक्त राज्य अमेरिका चली गईं। गजाला के पिता उस समय जॉर्जिया में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी कर रहे थे।

गजाला की प्रोफाइल के अनुसार, उन्होंने बचपन में सरकारी स्कूलों में भेदभाव खत्म करने के प्रयासों को देखा और समझा कि कैसे सांस्कृतिक, नस्लीय और सामाजिक-आर्थिक विभाजनों को खत्म करने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयासों से समुदायों का निर्माण और संवाद को बढ़ावा दिया जा सकता है।

उन्होंने जॉर्जिया सदर्न यूनिवर्सिटी के मार्विन पिटमैन लेबोरेटरी स्कूल में पढ़ाई की, जहां उनके पिता और चाचा दोनों राजनीति विज्ञान विभाग में पढ़ाते थे।

गजाला ने जॉर्जिया सदर्न यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में कला स्नातक और अटलांटा की एमोरी यूनिवर्सिटी से अमेरिकी साहित्य में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।

गजाला और उनके पति अजहर 1991 में निकाह करके रिचमंड पहुंचे, और उन्होंने लगभग 30 साल तक एक प्रोफेसर के रूप में काम किया। उन्होंने पहले रिचमंड यूनिवर्सिटी में और फिर रेनॉल्ड्स कम्युनिटी कॉलेज में पढ़ाया। वहां उन्होंने सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन टीचिंग एंड लर्निंग (सीईटीएल) की स्थापना की और उसका नेतृत्व किया।

गजाला और अजहर की दो बेटियां हैं, जिन्होंने चेस्टरफील्ड काउंटी पब्लिक स्कूल और वर्जीनिया विश्वविद्यालय से स्नातक किया है।

निवर्तमान रिपब्लिकन सीनेटर ग्लेन स्टर्टवेंट को हराकर नवंबर 2019 में, वह वर्जीनिया की सीनेट चुनी गई थीं। वह वर्जीनिया राज्य की सीनेट में प्रवेश करने वाली पहली मुस्लिम-अमेरिकी महिला और पहली भारतीय-अमेरिकी भी बनीं।

2024 में, उन्हें सीनेट शिक्षा एवं स्वास्थ्य समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस बीच, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मंत्री केटी रामाराव ने हाशमी के वर्जीनिया के उपराज्यपाल चुने जाने की सराहना की है।

--आईएएनएस

केके/डीकेपी

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