दक्षिण कोरिया और मिस्र के बीच कई डील हुई सील, वैश्विक शांति को दोनों देशों ने बताया जरूरी

काहिरा, 20 नवंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के बीच गुरुवार को शिखर वार्ता हुई। दोनों ने कोरियाई प्रायद्वीप और मिडिल ईस्ट में शांति सद्भाव स्थापित करने के लिए मिल जुलकर काम करने का संकल्प लिया। राष्ट्राध्यक्षों ने दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा उद्योग में सहयोग को और मजबूत करने पर भी सहमति जताई।

ली मिस्र के आधिकारिक दौरे पर हैं। किसी भी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की विगत तीन वर्षों में ये पहली यात्रा है।

योनहाप न्यूज एजेंसी के अनुसार, दक्षिण कोरिया का आधिकारिक नाम लेते हुए संयुक्त प्रेस वार्ता में ली ने कहा, "रिपब्लिक ऑफ कोरिया और मिस्र शांति के सूत्रधार के तौर पर साथ काम करने को तैयार हैं। इसके अलावा, वे कोरियाई प्रायद्वीप और मिडिल ईस्ट सहित अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए भी मिलकर योगदान देने पर सहमत हुए हैं।"

ये वार्ता काहिरा के प्रेसिडेंशियल पैलेस में संपन्न हुई।

ली ने कहा कि राष्ट्रपति अल-सिसी ने कोरियाई प्रायद्वीप में शांतिपूर्ण तरीके से साथ रहने और साझा ग्रोथ का एक नया दौर शुरू करने के लिए सोल की कोशिशों की तारीफ की और अपने पूरे सहयोग का वादा किया।

बदले में, ली ने गाजा पट्टी में सीजफायर पक्का करने और निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए मिस्र की कोशिशों को सराहा, साथ ही मिडिल ईस्ट में शांति को बढ़ावा देने में उनकी बड़ी भूमिका की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया गाजा के मानवीय संकट को सुलझाने में मदद करने के लिए मिस्र के साथ है।

ली ने कहा कि दोनों पक्षों ने के9 हॉवित्जर के जॉइंट प्रोडक्शन से आगे बढ़कर एयरक्राफ्ट और ग्राउंड वेपन सिस्टम जैसे एरिया में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की।

2022 में, मिस्र ने कोरियाई डिफेंस फर्म हनवा एयरोस्पेस के साथ के9 सेल्फ-प्रोपेल्ड हॉवित्जर और दूसरे उपकरण खरीदने के लिए 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की डील सील की थी। इसकी डिलीवरी अगले साल होनी है।

उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि हमारा बाइलेटरल डिफेंस कोऑपरेशन और बढ़ेगा और इसमें एफए-50 एडवांस्ड ट्रेनर और चेओन्गोम एंटी-टैंक मिसाइल जैसे सिस्टम शामिल होंगे।"

उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति अल-सिसी ने कोरिया की सुरक्षा प्रौद्योगिकी पर भरोसा जताया और साथ मिलकर हथियारों का उत्पादन करने में दिलचस्पी दिखाई।

समिट के दौरान, साउथ कोरिया और मिस्र ने आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय 'कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट' (सीईपीए), यानी व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते को ध्यान में रख संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर भी किया।

--आईएएनएस

केआर/

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