मास्को: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने एक बार फिर भयावह रूप ले लिया है। रूस की राजधानी मॉस्को के पास बालाशिखा में हुए बम विस्फोट में रूसी सेना के शीर्ष अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक की मौत हो गई है। वे रूसी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ में मुख्य परिचालन विभाग के उप प्रमुख थे। रूस की शीर्ष आपराधिक जांच एजेंसी ने उनकी मौत की पुष्टि की है और इसके लिए सीधे तौर पर यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है।
इस हमले ने रूस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि जनरल की हत्या राजधानी के नजदीक एक उच्च-सुरक्षित क्षेत्र में हुई। रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला एक आईइडी से किया गया, जिसे जनरल की कार में लगाया गया था। जनरल मोस्कालिक की मौत के कुछ ही घंटों बाद रूस ने यूक्रेन पर व्यापक पैमाने पर ड्रोन हमले शुरू कर दिए। यूक्रेन के पाव्लोग्राद शहर में हुए रूसी ड्रोन हमले में एक बच्चे और 76 वर्षीय बुजुर्ग महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य घायल हुए हैं। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, यह हमला देर रात किया गया और इससे इलाके में भारी तबाही मची।
यूक्रेन की वायुसेना ने जानकारी दी कि रूस ने एक ही रात में छह अलग-अलग क्षेत्रों पर कुल 103 ड्रोन हमले किए। सूमी और खारकीव जैसे उत्तर-पूर्वी इलाकों में भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, इन इलाकों में किसी की जान जाने की सूचना नहीं है।
जुलाई के बाद सबसे बड़ा हमला
इससे पहले रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी एक बड़ा हमला किया था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 87 लोग घायल हुए थे। यह हमला जुलाई के बाद से सबसे घातक माना जा रहा है। रूस-यूक्रेन संघर्ष लगातार तीव्र होता जा रहा है और अब यह व्यक्तिगत निशानों से लेकर आम नागरिकों तक को अपनी चपेट में ले रहा है।