मास्को, 13 अगस्त (आईएएनएस)। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यूक्रेनी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। मंत्रालय ने दावा किया है कि कीव 15 अगस्त को अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक को बाधित करने के लिए योजना बना रहा है।
टेलीग्राम पर एक पोस्ट में, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, "कई माध्यमों से मिली जानकारी से पता चला है कि कीव सरकार 15 अगस्त 2025 को होने वाली रूसी-अमेरिकी वार्ता को विफल करने के लिए तैयारी कर रहा है।"
मंत्रालय ने कहा कि इसी मकसद से यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने विदेशी पत्रकारों के एक समूह को खारकीव के चुगुएव भेजा है। यह इलाका यूक्रेन के कब्जे में है। पत्रकारों को वहां "सीमावर्ती इलाके के निवासियों पर रिपोर्ट" बनाने के बहाने भेजा गया है।
रक्षा मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि यूक्रेनी सेना शहर पर हमला करेगी और इसका इल्जाम रूस पर लगाएगी।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, "शुक्रवार को होने वाले शिखर सम्मेलन से ठीक पहले, यूक्रेन के सशस्त्र बल घनी आबादी वाले किसी आवासीय क्षेत्र या बड़ी संख्या में नागरिक हताहतों वाले अस्पताल पर यूएवी और मिसाइलों की सहायता से भड़काऊ हमले की योजना बना रहे हैं। विदेशी पश्चिमी पत्रकार तुरंत इसकी खबर देंगे।"
बयान में कहा गया है, "इससे यूक्रेन में संघर्ष के समाधान पर रूसी-अमेरिकी सहयोग में बाधा डालने के लिए एक नकारात्मक मीडिया पृष्ठभूमि और परिस्थितियां पैदा होंगी।"
इसमें आगे दावा किया गया है कि यूक्रेन द्वारा नियंत्रित अन्य बस्तियों में भी उकसावे की गतिविधियां की जा सकती हैं।
बता दें कि यह ऐसे समय में हो रहा है जब ट्रंप और पुतिन 15 अगस्त को अलास्का में रूस-यूक्रेन संघर्ष के दीर्घकालिक शांतिपूर्ण समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए मिलने वाले हैं।
इस बैठक की घोषणा करते हुए, ट्रंप ने 'ट्रुथ' सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मेरे और पुतिन के बीच बहुप्रतीक्षित बैठक अगले शुक्रवार, 15 अगस्त, 2025 को ग्रेट स्टेट ऑफ अलास्का में होगी। आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी।"
रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने शनिवार को कहा कि आगामी अलास्का शिखर सम्मेलन के बाद, मास्को को उम्मीद है कि पुतिन और ट्रंप के बीच अगली बैठक रूस में होगी।
रूसी सरकारी समाचार एजेंसी 'तास' ने उशाकोव के हवाले से कहा, "अगर हम आगे की सोचें, तो स्वाभाविक रूप से हमें राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच अगली मुलाकात रूसी जमीन पर कराने का लक्ष्य रखना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति को पहले ही एक निमंत्रण भेजा जा चुका है।"
--आईएएनएस
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