पिता की विरासत, जन सेवा का संकल्प : शी चिनफिंग के जीवन और आदर्शों की यात्रा

बीजिंग, 15 जून (आईएएनएस)। लगभग दो दशक पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने पिता, शी चोंगश्वुन को लिखे एक पत्र में अपनी यह उम्मीद व्यक्त की थी कि वह अपने पिता के कई अमूल्य और महान गुणों को आत्मसात कर पाएंगे और उन्हें विरासत में प्राप्त करेंगे।

पीली भूमि से जुड़े एक समर्पित सर्वहारा क्रांतिकारी, शी चोंगश्वुन, लोगों के प्रति गहरी भावनाएं रखते थे। उनके पिता के शब्दों और कार्यों ने शी चिनफिंग के चरित्र को गहराई से प्रभावित किया और साम्यवाद के प्रति खुद को समर्पित करने तथा देश व जनता की सेवा करने के उनके दृढ़ संकल्प को मजबूत किया।

जनवरी 1969 में, 16 वर्ष से भी कम आयु के शी चिनफिंग, पेइचिंग से उत्तरी शैनशी प्रांत के ल्यांगच्याह गांव पहुंचे। कई वर्षों बाद, उन्होंने एक लेख में कहा, "मैं चाहे कहीं भी जाऊं, मैं हमेशा पीली भूमि का बेटा ही रहूंगा।" उन्होंने आगे कहा, "एक लोक सेवक के रूप में, उत्तरी शैनशी पठार मेरी जड़ है, क्योंकि इसने मेरे अपरिवर्तनीय विश्वास को विकसित किया है कि लोगों के लिए व्यावहारिक काम करना है!"

उस समय, उत्तर-पश्चिम में कार्यकर्ताओं और जनता के बीच एक कहावत प्रचलित थी, "चोंगश्वुन के पास जाओ।" ये कुछ छोटे शब्द लोगों के दिलों में शी चोंगश्वुन के सम्मान को दर्शाते थे। अपने पिता से प्रभावित होकर, शी चिनफिंग ने अपने हृदय में "लोग" शब्द को गहराई से आत्मसात किया। नवंबर 2012 में, जब शी चिनफिंग को सीपीसी केंद्रीय समिति के महासचिव के रूप में चुने जाने के तुरंत बाद जन बृहद भवन में चीनी और विदेशी पत्रकारों से मिलने का अवसर मिला, तो उन्होंने गंभीरता से घोषणा की, "बेहतर जीवन के लिए लोगों की लालसा हमारा लक्ष्य है।"

शी चोंगश्वुन ने समस्याओं के समाधान के लिए जमीनी स्तर पर जाकर लोगों की बुद्धि को इकट्ठा करने के लिए लगातार जांच-पड़ताल की। इस पद्धति ने शी चिनफिंग को भी प्रेरित किया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से, महासचिव शी चिनफिंग ने पूरे देश की यात्रा की है, समस्याओं को उजागर करने और राष्ट्रीय परिस्थितियों को समझने के लिए जांच का उपयोग करके नए रास्ते खोले हैं और शासन के नियमों की तलाश की है।

उन्होंने देश पर शासन करने के सिद्धांत और अभ्यास को लगातार समृद्ध और विकसित किया है और पूरी पार्टी के लिए जांच को महत्व देने, गहन जांच करने और जांच में उत्कृष्टता प्राप्त करने का एक शानदार उदाहरण भी स्थापित किया है।

दिसंबर 2016 में, पहले राष्ट्रीय सभ्य परिवार के प्रतिनिधियों के साथ एक मुलाकात के दौरान, महासचिव शी चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया, "पारिवारिक शिक्षा में कई पहलू शामिल होते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण नैतिक शिक्षा है, जो वास्तव में एक व्यक्ति के रूप में सही आचरण की शिक्षा है।"

शी चोंगश्वुन ने एक बार कहा था, "एक कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य के लिए, पार्टी के लिए अधिक काम करने से बढ़कर और क्या खुशी और गर्व हो सकता है!" उनके पिता के शब्दों और कार्यों ने शी चिनफिंग को यह सिखाया कि कैसे एक ऐसा व्यक्ति बना जाए, जो पूरी तरह से लोगों के लिए लाभकारी हो और उन्हें अपना जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित करने के लिए प्रेरित किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

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