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थिम्पू, 11 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दो दिवसीय भूटान यात्रा पर हैं। इस दौरान वे भूटान की राजधानी थिम्पू के चांगलिमथांग स्टेडियम में उस ऐतिहासिक समारोह में शामिल हुए, जिसमें भूटान के चौथे नरेश महामहिम जिग्मे सिंग्ये वांगचुक का 70वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा है।
कार्यक्रम की शुरुआत में भूटान के मौजूदा नरेश ने सोमवार को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार बम विस्फोट में मारे गए लोगों की स्मृति में मौन रखकर सामूहिक प्रार्थना की। पीएम मोदी भी इस प्रार्थना में शामिल हुए। इस अवसर पर भूटान के वर्तमान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, शाही परिवार के सदस्य, प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और हजारों भूटानी नागरिक मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, "मैं भारत की 140 करोड़ जनता की ओर से महामहिम चौथे नरेश और भूटान के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। महामहिम चौथे नरेश ने भूटान को एक आधुनिक राष्ट्र बनाया, संवैधानिक लोकतांत्रिक राजतंत्र की नींव रखी और दुनिया को ‘ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस’ यानी सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता का अनोखा मंत्र दिया।"
प्रधानमंत्री ने चौथे नरेश के उस योगदान को याद किया जिसने भारत-भूटान मैत्री को इतनी ऊंचाई तक पहुंचाया। उन्होंने कहा, "यह अनोखा रिश्ता महामहिम चौथे नरेश की व्यक्तिगत रुचि और बुद्धिमानी से लगातार मजबूत हुआ है। उनकी सलाह और मार्गदर्शन से यह संबंध आने वाले समय में भी और गहरा होता रहेगा।"
पीएम मोदी ने भूटान के वर्तमान नरेश की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "महामहिम पांचवें नरेश ने अपने पिता की शानदार विरासत को न सिर्फ आगे बढ़ाया है, बल्कि उसे नई ऊर्जा दी है। उनके नेतृत्व में भूटान ने जो प्रगति की है, वह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है। भारत और भूटान की दोस्ती आज पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और जीवंत है।"
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत-भूटान संबंध किसी एक सरकार या व्यक्ति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह दोनों देशों की जनता के दिलों में बसी मैत्री है।
--आईएएनएस
एससीएच/एएस