नेपाल: भूस्खलन के बाद काठमांडू में वाहनों की आवाजाही पर तीन दिन का प्रतिबंध

काठमांडू, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेपाल सरकार ने लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण उत्पन्न खतरों का हवाला देते हुए शनिवार से काठमांडू घाटी में आने-जाने वाले वाहनों पर तीन दिनों का प्रतिबंध लगा दिया है।

गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरआरएमए) ने शनिवार को जारी एक नोटिस में कहा कि शनिवार, रविवार और सोमवार को काठमांडू घाटी से वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।

सरकार का यह कदम ऐसे समय में आया है जब कई नेपाली हिंदू दशहरा मनाने के लिए अपने गृहनगर गए थे और काठमांडू घाटी लौटने की तैयारी कर रहे थे। त्योहार के दौरान काठमांडू घाटी से देश के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग अपने गांव-घर जाते हैं।

इसी तरह, सात में से पांच प्रांतों - कोशी, मधेश, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी - से लंबी दूरी की यात्रा भी भूस्खलन और बाढ़ संबंधित जोखिमों के कारण प्रतिबंधित कर दी गई है।

एनडीआरआरएमए ने प्रभावित जिलों के स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों से वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रखने का आग्रह किया है।

मेट्रोपॉलिटन ट्रैफिक पुलिस डिवीजन के अनुसार, काठमांडू को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली कई सड़कें, जिनमें सबसे व्यस्त पृथ्वी हाईवे भी शामिल है, भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गई हैं। नेपाल पुलिस के अनुसार, पूर्वी नेपाल में कोशी हाईवे और चीन की सीमा को जोड़ने वाले राजमार्गों - जैसे कि अरानिको हाईवे, पासंग ल्हामू हाईवे, और दक्षिण-पूर्वी तराई क्षेत्र के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करने वाले बी.पी. हाईवे - सहित कई अन्य राजमार्गों पर भी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।

जल विज्ञान एवं मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पूरे देश में बादल छाए रहने की संभावना है। विभाग ने एक बयान में कहा, "कोशी, मधेश, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी प्रांतों के पहाड़ी और तराई क्षेत्रों में कई स्थानों पर और शेष प्रांतों के पहाड़ी और तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर गरज और बिजली के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है।"

--आईएएनएस

केआर/

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