मिडिल ईस्ट, हमास को 'सीधा' करने के लिए गाजा में सेना भेजना चाहता है: डोनाल्ड ट्रंप

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने इस दावे को दोहराया है कि उन्हें मिडिल ईस्ट के देशों से प्रस्ताव मिल रहे हैं जिन्होंने "हमास को नियंत्रित करने" के लिए गाजा में सेना भेजने में रुचि दिखाई है, लेकिन वह इसे टाल रहे हैं क्योंकि हमास के पास "सही काम" करने के लिए अभी भी समय है।

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "मध्य पूर्व और उसके आसपास के क्षेत्रों में हमारे कई महान सहयोगियों ने स्पष्ट रूप से और दृढ़ता से, बड़े उत्साह के साथ, मुझे सूचित किया है कि अगर हमास हमारे साथ अपने समझौते का उल्लंघन करते हुए दुर्व्यवहार करना जारी रखता है, तो वे मेरे अनुरोध पर, भारी बल के साथ गाजा में जाकर 'हमारे हमास को नियंत्रित करने' के अवसर का स्वागत करेंगे।"

उन्होंने आगे लिखा, "मध्य पूर्व की ओर से ऐसा प्यार और जज्बा हजार साल में कभी नहीं देखा गया! यह देखने लायक एक खूबसूरत चीज है! मैंने इन देशों और इजरायल से कहा, 'अभी नहीं!' अभी भी उम्मीद है कि हमास वही करेगा जो सही है।"

फिर धमकी देते हुए ट्रंप ने आगे कहा, "अगर हमास नहीं संभलता तो उसका खात्मा तेजी से किया जाएगा जो उग्र और क्रूर होगा! मैं उन सभी देशों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने आवाज उठाई। इसके अलावा, मैं महान और शक्तिशाली देश इंडोनेशिया और उसके अद्भुत नेता को मध्य पूर्व और अमेरिका को दी गई सभी मदद के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।"

दरअसल, इंडोनेशिया ने सार्वजनिक रूप से संयुक्त राष्ट्र अधिकृत अंतर्राष्ट्रीय बल में सैन्य योगदान देने की इच्छा व्यक्त की है।

गाजा में सीजफायर हाल ही में लागू हुआ है, जिसमें बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता शामिल है। ट्रंप ने ही 20 सूत्री गाजा शांति योजना बनाई थी। जिसके बाद दोनों देशों में युद्धविराम हुआ। इस बीच इजरायल ने हमास पर बंधकों के शव लौटाने में देरी का आरोप लगाया है। ट्रंप ने हमास को "बहुत हिंसक समूह" बताया और कहा कि अगर वे "उन्मादी" व्यवहार जारी रखेंगे, तो कार्रवाई "बहुत तेज और हिंसक" होगी।

वहीं, हमास लगातार इन आरोपों का खंडन करता रहा है और दोहराता रहा है कि वो शांति योजना का पालन कर रहा है।

--आईएएनएस

केआर/

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