पेरिस, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। फ्रांस के न्याय मंत्री गेराल्ड दारमानिन ने सोमवार को लूव्र की सुरक्षा में खामियों की बात स्वीकार की। एक दिन पहले लुटेरों ने प्रसिद्ध पेरिस संग्रहालय से दिनदहाड़े शाही रत्न चुरा लिए थे।
उन्होंने फ्रांस इंटर रेडियो से कहा, "यह निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि हम नाकाम रहे हैं, क्योंकि लोग पेरिस के बीचों-बीच एक फर्नीचर होइस्ट खड़ी कर, कुछ ही मिनटों में लोगों को उस पर चढ़ाकर बेशकीमती रत्न चुरा ले गए और फ्रांस की छवि को धूमिल कर दिया।"
फ्रांस में, लगभग फिल्मी डकैती जैसी इस घटना ने देश के संग्रहालयों में सुरक्षा की कमी को लेकर विवाद को फिर से हवा दे दी है। नव नियुक्त गृहमंत्री लॉरेंट नुनेज ने इसे 'बहुत बड़ी कमजोरी' बताया है।
पुलिस ने रविवार को संग्रहालय से शाही आभूषणों के आठ "अनमोल" रत्न चुराने वाले लुटेरों की टीम की तलाश जारी रखी, हालांकि पहले 9 रत्नों को लूटे जाने की बात कही जा रही थी।
लगभग 60 जांचकर्ता इस लूट की पड़ताल कर रहे हैं। फ्रांस 24 के अनुसार सूत्रों ने बताया है कि इसे अनुभवी, संभवतः "विदेशी" लुटेरों की टीम ने अंजाम दिया है।
लूव्र सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी बंद रहेगा।
इस घटना को फ्रांसीसी मीडिया बेहद शर्मनाक बता रहा है। दरअसल, ये लूट पेरिस पुलिस मुख्यालय से सिर्फ 800 मीटर की दूरी पर हुई।
बता दें, रविवार को संग्रहालय खुलने के कुछ ही देर बाद डकैती हुई थी। जानकारी के अनुसार हमलावर स्कूटर पर सवार होकर सीन नदी के किनारे निर्माणाधीन इमारत के सामने के हिस्से में घुस गए थे। घुसपैठियों ने कॉम्पैक्ट चेनसॉ और एक मालवाहक लिफ्ट का इस्तेमाल करके सीधे अपोलो गैलरी में प्रवेश किया था, जहां फ्रांस की कुछ सबसे कीमती ऐतिहासिक कलाकृतियां रखी गई हैं।
वहां चोरों ने कांच के डिस्प्ले को तोड़ अनमोल आभूषण ले उड़े।
बाद में, फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री रचिदा दाती ने सोशल मीडिया पर घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "लूव्र संग्रहालय के खुलते ही डकैती हुई। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जांच जारी है।"
लूव्र म्यूजियम ने भी "असाधारण कारणों" के चलते रविवार को बंदी का ऐलान किया था, लेकिन अब सुरक्षा कारणों से सोमवार को भी बंदी रहेगी।
--आईएएनएस
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