ली जे-म्यांग दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुने गए

सियोल, 4 जून (आईएएनएस)। डेमोक्रेटिक पार्टी (डीपी) के उम्मीदवार ली जे-म्यांग बुधवार को साउथ कोरिया के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं। यह जीत कई महीनों की उथल-पुथल के बाद आई, जिसमें उनके पूर्व प्रतिद्वंद्वी को मार्शल लॉ लागू करने की असफल कोशिश के कारण महाभियोग और पद से हटाया गया था।

योनहाप न्यूज एजेंसी के अनुसार यून के दिसंबर में मार्शल लॉ लगाने की असफल कोशिश ने ली जे-म्युंग के राष्ट्रपति बनने का रास्ता बनाया, लेकिन इसने देश में राजनीतिक विभाजन को और गहरा दिया। साथ ही, अमेरिका की टैरिफ नीतियों से लेकर उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु हथियार कार्यक्रम तक कई चुनौतियों को और मुश्किल कर दिया।

सभी वोटों की गिनती के बाद, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (डीपी) के ली जे-म्युंग ने 49.42 प्रतिशत वोट हासिल किए, जबकि उनके कंजर्वेटिव पीपल पावर पार्टी (पीपीपी) के प्रतिद्वंद्वी किम मून-सू को 41.15 प्रतिशत वोट मिले।

ली ने 1.73 करोड़ वोट हासिल किए, जो किम से 29 लाख वोट ज्यादा थे। यह किसी भी राष्ट्रपति चुनाव में अब तक के सबसे अधिक वोट हैं। इस आंकड़े ने साल 2022 के चुनाव में यून सुक योल के 1.63 करोड़ वोटों को भी पार कर दिया है।

सियोल के येओउइदो में नेशनल असेंबली स्थित है। यहां से ली जे-म्युंग ने अपने भाषण में वादा किया है कि वह 'विद्रोह' को खत्म करेंगे और 'सैन्य तख्तापलट' जैसी स्थिति को रोकेंगे।

ली जे-म्यांग ने अपनी पत्नी किम ह्ये-क्युंग के साथ मंच पर कहा, "मैं एक ऐसी दुनिया बनाने का अपना मिशन पूरा करूंगा जहां लोकतंत्र बहाल हो, लोग संप्रभु के रूप में सम्मानित हों और हम एक-दूसरे के साथ सहयोग से रहें। जैसे ही मुझे राष्ट्रपति के रूप में चयन की पुष्टि मिलेगी, मैं अर्थव्यवस्था को सुधारने और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दूंगा।"

पीपीपी उम्मीदवार किम मून-सू ने अपने पार्टी हेडक्वार्टर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार स्वीकार की और कहा कि वह "लोगों के फैसले को विनम्रता से स्वीकारते हैं। इसके साथ ही उन्होंने ली को उनकी जीत पर बधाई दी है।

--आईएएनएस

आरएसजी/एएस

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