क्या है फिलिबस्टर और ओबामा केयर फंडिंग, जिसे लेकर रिपब्लिकन-डेमोक्रेट्स में छिड़ी जंग

नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में अब तक का सबसे लंबा शटडाउन जारी है। रविवार को शटडाउन के 39वें दिन भी रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर इतने दिनों से चल रहे शटडाउन की वजह क्या है। आखिर क्यों फिलिबस्टर को खत्म नहीं किया जा रहा है और ओबामा केयर फंडिंग पर बहस जारी है?

शटडाउन तब लागू होता है, जब अमेरिकी संसद सरकारी विभागों को चलाने के लिए समय पर बजट या फंडिंग का बिल पारित करने में फेल हो जाती है। यही कारण है कि अमेरिका में 1 अक्टूबर को पेश किया जाने वाला रेगुलर बजट पारित नहीं हो पाया।

अमेरिकी कानून के अनुसार फंडिंग रुक जाने पर सरकारी कामकाज की गति धीमी हो जाती है। अमेरिका में जारी शटडाउन का भी यही कारण है। फंड की कमी की वजह से सरकारी कामकाज ठप पड़ चुका है। इसका मुख्य कारण स्वास्थ्य बीमा यानी ओबामा केयर फंडिंग से जुड़ा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ पर लिखा, "डेमोक्रेट्स शटडाउन पर कुत्तों की तरह टूट रहे हैं, क्योंकि उन्हें इस बात का डर है कि मैं रिपब्लिकन के साथ मिलकर फिलिबस्टर को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रहा हूं। चाहे हम समझौता करें या न करें। रिपब्लिकन्स को फिलिबस्टर को 'ध्वस्त' करना होगा।"

आइए जानते हैं कि फिलिबस्टर क्या है, जिसे खत्म करने की ट्रंप बात कर रहे हैं और ओबामाकेयर पर क्यों बहस छिड़ी हुई है।

फिलिबस्टर एक राजनीतिक रणनीति है जिसका इस्तेमाल अमेरिकी कांग्रेस में किया जाता है। फिलिबस्टर के तहत सीनेटर किसी प्रस्तावित विधेयक या फंडिंग पर बहस को आगे बढ़ाकर मतदान में देरी या उसे रोक देते हैं। यही कारण है कि ट्रंप फिलिबस्टर को ध्वस्त करने की बात कर रहे हैं ताकि वे फंडिंग और बजट से जुड़े प्रस्ताव को पास कर सकें।

ओबामाकेयर अमेरिका का एक कानून है, जिसे 2010 में पारित किया गया था। ओबामा केयर कानून का उद्देश्य स्वास्थ्य बीमा कवरेज को बढ़ाने के साथ हेल्थ केयर की लागत को कम करना है। ओबामाकेयर के तहत दिए जाने वाले टैक्स क्रेडिट को लेकर इतना बवाल मचा हुआ है।

डेमोक्रेट्स की मांग है कि इस टैक्स क्रेडिट से मिलने वाले फायदे को इस साल के अंत तक बढ़ाकर रखा जाए। लगीं रिपब्लिकन पार्टी कह रही है कि जब तक सरकार खत्म नहीं होगी, तब तक पर कोई चर्चा नहीं होगी।

--आईएएनएस

केके/वीसी

Related posts

Loading...

More from author

Loading...