केरल तट के पास डूबे लाइबेरियाई पोत से तेल का रिसाव, समुद्र में बिखरे 100 से अधिक कंटेनर

नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। केरल के अलप्पुझा तट से लगभग 15 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में रविवार को तेल से लदा एक लाइबेरियाई कंटेनर पोत डूब गया था। अब इससे समुद्री प्रदूषण की बड़ी समस्या सामने आ रही है। पोत के डूबने के बाद समुद्र में तेल के रिसाव का पता चला है।

इसके बाद भारतीय तटरक्षक बल ने एक व्यापक प्रदूषण रोधी प्रतिक्रिया अभियान शुरू किया है। वहीं, जहाज के डूबने के कारण उसमें रखे 100 से अधिक कंटेनर समुद्र में तैरते पाए गए। इनमें से कुछ क्षतिग्रस्त हो गए हैं और उनसे रिसाव हो रहा है। जहाज के डूबने के कुछ ही घंटों के भीतर एक निगरानी विमान ने घटनास्थल पर तेल रिसाव का पता लगाया। तेल रिसाव की सूचना मिलते ही तटरक्षक पोत ‘सक्षम’ को तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना किया गया।

तटरक्षक बल का पोत ‘सक्षम’ पहले से इलाके में प्रदूषण रोधी प्रतिक्रिया के लिए तैनात था। वहीं, बल के एक डोर्नियर विमान ने हवाई निरीक्षण कर प्रभावित क्षेत्र में ऑयल स्पिल डिस्पर्सेंट का छिड़काव किया है।

तेल जहाज डूबने के स्थान से पूर्व-दक्षिण पूर्व दिशा में 1.5 से 2 नॉट की गति से आगे फैल रहा है। तेज हवाओं और समुद्र में उथल-पुथल के चलते बचाव कार्यों में कठिनाई आई। इस इलाके से गुजरने वाले सभी जहाजों को वैकल्पिक मार्गों की ओर मोड़ा गया है। समुद्री नाविकों को मलबे और संभावित खतरे को देखते हुए सावधानी से यात्रा करने की सलाह दी गई है। भारतीय तटरक्षक बल ने हवाई निगरानी और विशेष उपकरणों से इस फैलाव को नियंत्रित करने की कार्रवाई तेज कर दी है।

दो अपतटीय गश्ती पोत लगातार निगरानी के लिए घटनास्थल पर तैनात हैं। दूसरी ओर प्रदूषण नियंत्रण पोत समुद्र प्रहरी और अतिरिक्त पोत को भारी मात्रा में ऑयल स्पिल डिस्पर्सेंट के साथ रवाना किया गया है।

मर्केंटाइल मरीन विभाग, कोच्चि ने जहाज के मालिक मेसर्स एमएससी को मर्चेंट शिपिंग अधिनियम, 1958 के तहत प्रदूषण दायित्व की चेतावनी जारी की है। मेसर्स एमएससी ने एक कंपनी को कंटेनर पुनर्प्राप्ति, तेल हटाने और पर्यावरणीय सफाई के लिए नियुक्त किया है।

तटरक्षक बल ने केरल राज्य प्रशासन को तटीय सफाई के लिए तैयार रहने और स्थानीय समुदायों को किनारे पर बहकर आने वाले माल या मलबे को न छूने की चेतावनी देने की सलाह दी है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एबीएम/एकेजे

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