वाशिंगटन: जेफरी एपस्टीन एस्टेट ने कांग्रेस को 2003 की एक बर्थडे बुक दी थी, जिसमें एक महिला का 'अश्लील चित्र' और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्ताक्षर वाला एक कथित नोट था।
वॉल स्ट्रीट जर्नल (डब्ल्यूएसजे) के मुताबिक, इसमें एपस्टीन को एक अश्लील मजाक के साथ बधाई दी गई थी।
ओवरसाइट कमेटी के हाउस डेमोक्रेट्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर तस्वीर जारी करके जवाब दिया, जिसमें ट्रंप के एपस्टीन के साथ पिछले संबंधों को उजागर किया गया। एपस्टीन को यौन अपराधों का दोषी ठहराया गया था और 2019 में हिरासत में उसकी मृत्यु हो गई थी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कमेटी के डेमोक्रेट्स ने लिखा, "ट्रंप एक 'अद्भुत रहस्य' के बारे में बात करते हैं, जो दोनों ने साझा किया था। वह क्या छिपा रहे हैं? फाइलें जारी करें।"
यह बर्थडे बुक 2003 में एपस्टीन के 50वें जन्मदिन पर गिफ्ट के रूप में दी गई थी। इसमें प्रमुख हस्तियों के योगदान शामिल थे। उनके संबंधों को लेकर चल रहे सवालों के बीच ट्रंप को भी 'कटघरे' में खड़ा किया गया है।
दूसरी तरफ, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि पूरी कहानी 'झूठी' और 'धोखाधड़ी' है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "यह बिल्कुल स्पष्ट है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह तस्वीर नहीं बनाई और न ही उन्होंने इस पर हस्ताक्षर किए।"
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "डेमोक्रेट्स को एपस्टीन की कोई परवाह नहीं है। उन्हें उसके पीड़ितों की भी परवाह नहीं है। वे इस बारे में सालों तक चुप रहे। उन्हें बस 'रूसगेट' जैसा एक और झूठा कांड गढ़कर राष्ट्रपति ट्रंप को बदनाम करने की चिंता है। कोई भी इस बकवास में नहीं फंसने वाला है।"
ट्रंप ने पहले 2003 के पत्र को लिखने से इनकार किया था और डब्ल्यूएसजे की जून 2025 की रिपोर्ट में बर्थडे बुक के सामने आने के बाद इसे 'फर्जी' करार दिया था।
उन्होंने जुलाई 2025 में डब्ल्यूएसजे के खिलाफ 10 अरब डॉलर का मानहानि का मुकदमा दायर किया था। सितंबर की शुरुआत में डेमोक्रेट्स ने जेफरी एपस्टीन के कई पीड़ितों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उनके दुर्व्यवहार नेटवर्क से जुड़ी सरकारी फाइलों को पूरी तरह से सार्वजनिक करने की मांग की।
एपस्टीन की दोषी साथी (गिस्लेन मैक्सवेल, जो यौन तस्करी के लिए 20 साल की सजा काट रही है) ने जुलाई में डिप्टी अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लैंच को दो दिन का इंटरव्यू दिया। इंटरव्यू के ट्रांसक्रिप्ट में मैक्सवेल ने ट्रंप के किसी भी गलत आचरण की जानकारी से इनकार किया है।
अगस्त में मैक्सवेल को टेक्सास की न्यूनतम सुरक्षा वाली संघीय जेल में ट्रांसफर कर दिया गया।