जलवायु कार्रवाई में चीन के बढ़ते कदम...

बीजिंग, 23 नवंबर (आईएएनएस)। वर्तमान वैश्विक जलवायु संकट के दौर में, हर देश को न केवल अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखना है, बल्कि एक वैश्विक जिम्मेदारी भी निभानी है।

इसी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए, चीन ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में अपना नया राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) प्रस्तुत किया। एक ऐसा लक्ष्य जो पहली बार उसके संपूर्ण आर्थिक क्षेत्र और सभी ग्रीनहाउस गैसों पर लागू होता है।

चीन की नई जलवायु योजना के तहत 2035 तक शुद्ध ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को उच्चतम स्तर से 7-10 प्रतिशत तक कम किया जाएगा। ऊर्जा मिश्रण में गैर-जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत से अधिक की जाएगी और 2020 के स्तर की तुलना में पवन और सौर ऊर्जा क्षमता 6 गुना से भी अधिक बढ़ाई जाएगी।

ये सभी कार्रवाइयां चीन के ग्रीन ट्रांजिशन की ओर बढ़ते लिए ठोस कदमों की ओर इशारा करती हैं। वैश्विक मीडिया ने भी चीन की इस पहल की सराहना की और इसे 'ऐतिहासिक प्रतिज्ञा' बताया।

चीन ने 2005 की तुलना में 2020 तक अपनी कार्बन तीव्रता में 60% की कमी की जो उसके लक्ष्य से कहीं अधिक है और अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता (1,200 जीडब्ल्यू) के लक्ष्य को 2030 से पहले, यानी 6 साल पहले ही पूरा किया। चीन द्वारा वन क्षेत्र में वृद्धि, दक्षिण-दक्षिण जलवायु सहयोग, और 'बेल्ट एंड रोड' पहलों के माध्यम से अन्य विकासशील देशों की जलवायु लचीलापन बढ़ाने में भी योगदान दिया गया।

चीन की यह कार्रवाईयां लक्ष्यों को समय से पहले पूरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। चीन की नई प्रतिबद्धताएं और पिछला रिकॉर्ड बताते हैं कि वह जलवायु कार्रवाई में नेतृत्व कर रहा है। अब दुनिया की भी जिम्मेदारी है कि वह इस दिशा में मिलकर काम करे। सहयोग से ही हम जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकते हैं।

वैश्विक जलवायु कार्रवाई को सफलता तभी मिलेगी जब हम महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को ठोस परिणामों में बदलें और यह तभी संभव है जब हम एक साथ खड़े हों, एक-दूसरे के खिलाफ नहीं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एबीएम/

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