इस्तांबुल, 26 जुलाई (आईएएनएस)। तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तयैप एर्दोआन ने बताया कि वह इस्तांबुल में शिखर सम्मेलन आयोजित करने की संभावना तलाशने के लिए इस हफ्ते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात कर सकते हैं।
एर्दोआन ने शुक्रवार को इस्तांबुल में पत्रकारों से कहा, "आने वाले समय में संभवतः इसी हफ्ते में हम पुतिन और ट्रंप के साथ आगे की बातचीत करने की कोशिश करेंगे। हम देखेंगे कि क्या हम इन नेताओं को इस्तांबुल में एक साथ ला सकते हैं। यही हमारी कोशिश है।"
'सिन्हुआ' समाचार एजेंसी के अनुसार, एर्दोआन ने बताया तुर्किए कि विदेश मंत्री हाकन फिदान ने बुधवार को इस्तांबुल में यूक्रेन संकट पर तीसरे दौर की वार्ता शुरू होने से पहले रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। इस्तांबुल पहुंचने से पहले, यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने अंकारा में भी उनसे मुलाकात की थी।
शांति वार्ता के दौरान, दोनों पक्ष एक और कैदी विनिमय (प्रिजनर एक्सचेंज) पर सहमत हुए, लेकिन युद्धविराम की शर्तों और राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन की संभावना को लेकर मतभेद रहे।
यूक्रेनी पक्ष ने पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच अगस्त के अंत तक एक बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव रखा और कहा कि ट्रंप और एर्दोआन की बेहद मूल्यवान होगी।
रूसी प्रतिनिधिमंडल ने अनुसार कुछ प्रक्रियाएं पूरी होने तक ऐसी बैठक पर विचार नहीं किया जा रहा है।
यूक्रेन ने बुधवार को रूस के साथ अपनी सीधी वार्ता के तीसरे दौर का समापन अगस्त के अंत तक जेलेंस्की, पुतिन, एर्दोआन और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ नेताओं का शिखर सम्मेलन आयोजित करने के प्रस्ताव के साथ किया।
जेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख एंड्री यरमक के अनुसार, प्रस्तावित शिखर सम्मेलन जेलेंस्की और पुतिन के बीच होगा, जिसमें अमेरिका और तुर्किए के राष्ट्रपतियों की भागीदारी शामिल होगी।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने मंगलवार को युद्ध समाप्त करने के लिए पुतिन से मिलने के प्रस्ताव को दोहराया था, लेकिन पुतिन ने पिछले प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया।
यूक्रेन ने तुर्किए में हुई हालिया बातचीत के दौर में यह प्रस्ताव रखा, लेकिन बातचीत के नतीजे बहुत सीमित रहे और दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल युद्धविराम या युद्ध समाप्ति के समझौते से अब भी काफी दूर नजर आए।
एंड्री येरमक ने कहा, "यह स्पष्ट है कि रूस अब भी युद्ध समाप्त करने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन अभी भी समय है कि वह इसे खत्म करने पर पुनर्विचार करे।"
उन्होंने यह भी बताया कि मानवीय मुद्दों पर कुछ प्रगति हुई है, जिनमें कैदियों की अदला-बदली और युद्ध के दौरान अपहृत यूक्रेनी बच्चों को वापस लाने की प्रक्रिया शामिल है।
मीडिया संस्थानों के अनुसार, यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख रुस्तम उमेरोव ने वार्ता के बाद पत्रकारों से कहा कि युद्धविराम पर हमने अभी तक कोई प्रगति नहीं की है।
रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने भी बैठक के बाद इसी तरह की टिप्पणी की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने कहा, "दोनों पक्ष एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं।"
अब तक दोनों देशों के बीच इस्तांबुल में दो दौर की शांति वार्ताएं हो चुकी हैं। पहली शांति वार्ता 16 मई, जबकि दूसरी 2 जून को हुई। इन वार्ताओं के चलते हजारों कैदियों की अदला-बदली संभव हुई है, लेकिन संभावित युद्धविराम समझौते पर अब तक बहुत कम या बिल्कुल भी प्रगति नहीं हुई।
पिछले दौर की बातचीत लगभग दो महीने पहले हुई थी, उसके बाद रूस ने एक ज्ञापन जारी किया, जिसमें युद्धविराम के लिए अपनी शर्तें रखीं। इन शर्तों में यूक्रेन की सेना का निरस्त्रीकरण और रूस के 2022 में आक्रमण के बाद कब्जाए गए यूक्रेन के चार क्षेत्रों के अधिग्रहण को स्वीकार करना शामिल था। हालांकि, इन क्षेत्रों पर रूस की सैन्य पकड़ बनाए रखना चुनौतीपूर्ण रहा है।
येरमक ने बुधवार को बताया कि यूक्रेन ने नवीनतम वार्ता में "अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया है, जिनमें युद्धविराम, पूरी सीमा रेखा पर वास्तविक शांति, और नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमलों पर पूर्ण रोक शामिल हैं। यहीं से वास्तविक शांति का मार्ग शुरू होना चाहिए।"
ट्रंप ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने पर जोर दिया है और हाल के हफ्तों में पुतिन की आलोचना करते रहे हैं। 'बीबीसी' को दिए एक हालिया इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह क्रेमलिन के नेता से निराश हैं, लेकिन उनसे पूरी तरह किनारा नहीं किया है।
ट्रंप ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि अमेरिका ने एक समझौता कराया है, जिसके तहत यूक्रेन को और हथियार भेजे जाएंगे। इन हथियारों का भुगतान यूरोप में नाटो सहयोगियों करेंगे, जिन्होंने साल की शुरुआत में अपने रक्षा खर्च में वृद्धि करने पर सहमति जताई थी।
ट्रंप ने पुतिन को यह भी चेतावनी दी कि अगर 50 दिनों के भीतर युद्धविराम नहीं हुआ, तो वह रूस और उन देशों पर नए प्रतिबंध लगाएंगे जो मास्को के उत्पाद खरीदते हैं।
वहीं दूसरी ओर, रूस अपनी मांगों से पीछे नहीं हटा और लगातार यूक्रेन पर गोलाबारी कर रहा है। उसने हाल ही में कई शहरों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं।
--आईएएनएस
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