इस्लामाबाद: भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को मिटाकर वहां की सरकार और सेना को बड़ा झटका दिया है। भारत के इस हमले को कई घंटे बीत जाने के बाद भी पाकिस्तान में अब भी डर का माहौल बना हुआ है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी भारत की ओर से बरपाए गए कहर को स्वीकार किया है और बताया है कि इस हमले में भारत के 80 विमान शामिल थे।
पाकिस्तानी पीएम शरीफ का कहना है कि किसी भी हमले से निपटने के लिए पाकिस्तान की सेना तैयार थी। हालांकि, इसकी असलियत इसी बात से पता चल जाती है कि भारत ने बिना किसी दिक्कत के कुछ ही मिनटों में मिसाइलों से हमले करके पाकिस्तान के कई ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया और पाकिस्तान देखता ही रह गया। यहां तक कि जैश प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 10 लोगों की भी इस हमले में मौत हो गई। बता दें कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से जोरदार हमला बोला। बीती रात हुई इस कार्रवाई का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया था, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 90 से ज्यादा आतंकी ढेर हो गए।
दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच संसद के सत्र को संबोधित करते हुए शहबाज ने दावा किया, 80 भारतीय विमान हमले में शामिल थे। शरीफ ने आगे कहा कि उनकी सेना को भारत की योजनाओं के बारे में पहले से ही खुफिया जानकारी थी। शहबाज ने कहा, हमारे सशस्त्र बल चौबीसों घंटे हाई अलर्ट पर हैं और मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हैं। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की पारदर्शी ढंग से अंतरराष्ट्रीय जांच की पेशकश की थी। वहीं, उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि भारत के हमलों के बावजूद पाकिस्तान ने संयम बरता। इससे पहले, शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें कैबिनेट मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, सभी सेनाओं के प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर का जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है।