गुजरात साइबर सेंटर ने मानव तस्करी रैकेट का किया पर्दाफाश, म्यांमार और फिलीपींस समेत कई देशों में फैला है नेटवर्क

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। गुजरात के साइबर सेंटर ने बड़े मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। गुजरात के डिप्टी सीएम हरष सांघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी साझा की है।

डिप्टी सीएम सांघवी ने लिखा, "गुजरात के साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ने म्यांमार के केके पार्क में माफिया द्वारा संचालित घोटाला केंद्रों के सरगना को गिरफ्तार करके एक बड़ी सफलता हासिल की है। यह सरगना भारत, श्रीलंका, फिलीपींस, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, नाइजीरिया, मिस्र, कैमरून, बेनिन और ट्यूनीशिया के 500 से ज़्यादा नागरिकों को म्यांमार, कंबोडिया, वियतनाम, थाईलैंड और दुबई में तस्करी करके उन्हें गुलामी में धकेलने के लिए जिम्मेदार था।"

उन्होंने आगे लिखा, "जांच में सरगना द्वारा संचालित एक बेहद संगठित अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय तस्करी और साइबर-धोखाधड़ी नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसे 126 से ज्यादा एजेंटों का समर्थन प्राप्त था। वह 30 से ज़्यादा पाकिस्तानी संचालकों के साथ लगातार संपर्क में था और साइबर-धोखाधड़ी शिविरों को मानव संसाधन उपलब्ध कराने वाले 100 से ज्यादा चीनी और विदेशी कंपनियों के मानव संसाधन नेटवर्क से उसके सीधे संबंध थे।"

इससे ठीक एक दिन पहले सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर गुजरात के उपमुख्यमंत्री हर्ष सांघवी ने सूरत के मजूरा विधानसभा क्षेत्र में एक विशाल एकता मार्च का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को "एकता का एक ऐतिहासिक दर्शन" दिखाया है।

सांघवी ने मार्च के दौरान आईएएनएस से कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने कई वर्षों के बाद देश में ऐतिहासिक एकता का प्रदर्शन किया है।"

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर, कश्मीर से कन्याकुमारी तक के लोग सरदार पटेल के सम्मान में एकता कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।

उपमुख्यमंत्री सांघवी ने हज़ारों निवासियों के साथ आठ किलोमीटर लंबा माजुरा यूनिटी मार्च निकाला। उन्होंने कहा, "जहां भी मैं देखता हूं, लोग गर्व से सरदार साहब की प्रतिमा को नमन कर रहे हैं। सभी समुदाय, समाज के सभी वर्ग इसमें भाग ले रहे हैं।"

--आईएएनएस

केके/डीएससी

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