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तेल अवीव, 18 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा शांति योजना पर यूएनएससी ने मुहर लगा दी है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इसका स्वागत किया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि इससे शांति और समृद्धि का रास्ता प्रशस्त हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में ट्रंप के गाजा शांति योजना प्रस्ताव को रखा गया। मतदान के बाद इसे पारित कर दिया गया। इस प्रस्ताव में गाजा युद्ध खत्म करने के साथ-साथ फिलीस्तीन में अंतरराष्ट्रीय फोर्स को तैनात करने जैसे प्रावधान शामिल थे।
ट्रंप के 20 पॉइंट पीस प्लान का पहला चरण कामयाब रहा है। इजरायल और हमास दोनों ने सीजफायर के लिए सहमति दर्ज करते हुए बंदियों को रिहा कर दिया है। वहीं, अब इस प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र की भी मुहर लग चुकी है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में एक अंतर्राष्ट्रीय स्थिरीकरण बल की स्थापना को अधिकृत करने वाले प्रस्ताव को पारित करने पर खुशी जताई है। पीएम के आधिकारिक एक्स अकाउंट से एक बयान जारी किया गया है जिसके मुताबिक यह योजना हमास के शासन को समाप्त करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद करेगी।
नेतन्याहू ने ट्रंप की योजना और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा इसके समर्थन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह "शांति और समृद्धि लाएगी क्योंकि यह गाजा के पूर्ण विसैन्यीकरण, निरस्त्रीकरण और कट्टरपंथ को समाप्त करने पर जोर देती है," जो "राष्ट्रपति ट्रंप के दृष्टिकोण के अनुरूप" "इजरायल और उसके पड़ोसियों के और अधिक एकीकरण के साथ-साथ अब्राहम समझौते के विस्तार का मार्ग प्रशस्त करेगी।"
संयुक्त राष्ट्र में पेश संकल्प पत्र के अनुसार, यूएन के सभी सदस्य देश ट्रंप की अध्यक्षता वाले इस प्रस्ताव में हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा, एक अंतरराष्ट्रीय सैन्य बल बनाया जाएगा, जो गाजा में शांति बहाल करने और सैन्य गतिविधियों पर रोक लगाएगा। यह बल गाजा में हथियारों और सैन्य ढांचों को पूरी तरह से नष्ट करने में मदद करेगा।
इजरायल ने जहां इस प्रस्ताव पर खुशी जताई है, तो वहीं हमास इसके सख्त खिलाफ है। हमास ने बयान जारी कर दावा किया कि वो हथियार नहीं डालेगा। हमास के अनुसार, "इस प्रस्ताव के तहत गाजा पट्टी में एक अंतर्राष्ट्रीय तंत्र बनाने की कोशिश की जा रही है, जिसे हमारे लोग और सभी गुट नामंजूर करते हैं।"
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के राजदूत माइक वॉल्ट्ज ने कहा, "यह प्रस्ताव फिलीस्तीन के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। फिलीस्तीन को मिसाइलों से दूर रखकर हमास के चंगुल से बाहर निकालेगा। इससे गाजा आतंक के साए के बिना समृद्धि की ओर आगे बढ़ सकेगा।"
--आईएएनएस
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