वाशिंगटन: अमेरिका की प्रतिष्ठित जांच एजेंसी एफबीआई पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। खासतौर से भारतीय मूल के एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल सुर्खियों में हैं। उन पर आरोप है कि वे अपने ऑफिस के बजाय नाइटक्लबों में ज्यादा समय बिता रहे हैं। दावा एफबीआई के पूर्व सहायक निदेशक और खुफिया मामलों के विशेषज्ञ फ्रैंक फिग्लियुज्जी ने किया है। फ्रैंक ने कहा कि एफबीआई मुख्यालय के अंदर इस समय माहौल पूरी तरह ‘अराजक’ है।
भारतीय मूल के काश पटेल को फरवरी 2025 में एफबीआई का निदेशक बनाया गया था। यह पद बहुत अहम होता है, क्योंकि एफबीआई अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी है, लेकिन हाल ही में फ्रैंक ने दावा किया कि काश पटेल अपने ऑफिस में कम और नाइटक्लबों में ज्यादा समय बिताते हैं। उन्होंने कहा कि काश पटेल को वाशिंगटन डीसी में एफबीआई मुख्यालय की सातवीं मंजिल पर कम ही देखा जाता है।
इसके अलावा, यह भी बताया गया कि काश पटेल अक्सर लास वेगास में अपने घर से काम करते हैं और वहां से ही कई बार ऑफिस का काम संभालते हैं। अब काश पटेल को दी जाने वाली ब्रीफिंग्स की संख्या घटाकर सप्ताह में सिर्फ दो बार कर दी गई है। रिपोर्टों के मुताबिक काश पटेल पिछले कुछ हफ्तों से वाशिंगटन डीसी में कम और अपने लास वेगास स्थित घर में समय बिता रहे हैं। कुछ खबरों में यह भी कहा गया कि वे सरकारी विमानों का इस्तेमाल निजी यात्राओं के लिए कर रहे हैं। इन आरोपों ने उनके नेतृत्व और सवाल खड़े कर दिए हैं।
फिग्लियुज्जी फ्रैंक ने कहा कि यह स्थिति एक तरह से वरदान और अभिशाप दोनों है। अगर वह एफबीआई को बिना किसी अनुभव के ऑपरेट कर रहे हैं, तो हालात खराब हो सकते हैं और अगर वह इससे पूरी तरह कटे हुए हैं, तब भी यह खतरनाक है। उन्होंने कहा कि यह अराजकता है। लोग नहीं जानते कि अगले दिन क्या होने वाला है। इस बीच हाल ही में सीनेट के डेमोक्रेट नेताओं ने एफबीआई संसाधनों के कथित दुरुपयोग को लेकर काश पटेल के खिलाफ औपचारिक जांच की मांग की है।