Tibet Wind Power Project: शीत्सांग में स्थापित हुआ पहला 200 मेगावाट पवन टरबाइन

शीत्सांग में पवन ऊर्जा परियोजना से 2025 तक स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में बड़ी बढ़ोतरी होगी।
शीत्सांग में स्थापित हुआ पहला 200 मेगावाट पवन टरबाइन

बीजिंग:  चीन के शीत्सांग के सेन्यी जिले के छ्य्वीकुओगाम में 200 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना का पहला पवन टरबाइन 5 जुलाई को शीत्सांग के नाछ्य्वी शहर में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है।

 

शीत्सांग के सेन्यी जिले में छ्य्वीकुओगाम पवन ऊर्जा परियोजना को 2024 में शीत्सांग की एक प्रमुख आपूर्ति गारंटी परियोजना के रूप में पहचाना गया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में 5 मेगावाट की एकल क्षमता वाले 40 पवन टर्बाइन स्थापित करने की योजना है, जिससे कुल स्थापित क्षमता 200 मेगावाट हो जाएगी।

 

इसके साथ ही, एक सहायक 40 मेगावाट/160 मेगावाट-घंटा की ग्रिड-प्रकार ऊर्जा भंडारण प्रणाली भी इसमें शामिल होगी। परियोजना के पूरा होने के बाद, इससे प्रति वर्ष 43.6 करोड़ किलोवाट-घंटा से अधिक बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है, जो 131,500 टन मानक कोयले की बचत और प्रत्येक वर्ष लगभग 3,59,400 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने के बराबर होगा।

 

इस परियोजना के निर्माण कार्य में स्थानीय किसानों और चरवाहों को रोजगार मिला है, जिससे उन्हें कुल 19.1 लाख युआन का वेतन प्राप्त हुआ है। परियोजना के चालू होने के बाद, यह आसपास के बुनियादी ढांचे के उन्नयन को भी बढ़ावा देगा और शिक्षा, चिकित्सा देखभाल तथा अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए स्थिर बिजली सहायता प्रदान करेगा।

 

बताया गया है कि इस पवन ऊर्जा परियोजना के अक्टूबर 2025 के अंत तक ग्रिड से जुड़ने और अपनी पूरी क्षमता से बिजली पैदा करना शुरू करने की उम्मीद है। एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद, यह नाछ्य्वी शहर के पावर ग्रिड की स्थिरता में काफी सुधार करेगा।

 

 

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