China Rare Metals Progress : चीन ने दुर्लभ धातुओं के विकास और इस्तेमाल में बड़ी सफलताएं हासिल की

चीन ने गैलियम-जर्मेनियम जैसी दुर्लभ धातुओं की रिकवरी तकनीक में बड़ी प्रगति दर्ज की।
चीन ने दुर्लभ धातुओं के विकास और इस्तेमाल में बड़ी सफलताएं हासिल की

बीजिंग: उच्च तकनीक विकास के लिए जरूरी कच्चे माल के तौर पर, चीन ने गैलियम, जर्मेनियम और इंडियम जैसी दुर्लभ धातुओं के विकास और इस्तेमाल में कई बड़ी सफलताएं हासिल की हैं।

26 नवंबर को, चीनी प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय ने नई उपलब्धियां जारी कीं, जिनसे पता चलता है कि चीन ने कोयला, एल्युमीनियम, तांबा, सीसा और जस्ता खदानों में निम्न-और मध्यम-श्रेणी की दुर्लभ धातुओं के उच्च दक्षता वाली निष्कर्षण तकनीक पर काबू पा लिया है।

कोयले में जर्मेनियम की कॉम्प्रिहेंसिव रिकवरी रेट 55% से बढ़कर 80% से ज्यादा हो गई है, सीसा और जस्ता गलाने की प्रक्रिया में गैलियम, जर्मेनियम और इंडियम की कॉम्प्रिहेंसिव रिकवरी रेट लगभग 10% बढ़ी है और तांबा गलाने की प्रक्रिया में सेलेनियम, टेल्यूरियम और रेनियम की रिकवरी रेट क्रमशः 93%, 65% और 70% से बढ़कर 97%, 90% और 80% हो गई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गैलियम, जर्मेनियम और इंडियम जैसी दुर्लभ धातुएं स्ट्रे रणनीतिक उभरते उद्योग, भविष्य के उद्योग और रक्षा और सैन्य उद्योग में एक जरूरी भूमिका निभाते हैं। वे तकनीकी उच्च भूमि हासिल करने के लिए जरूरी कच्चे माल हैं और संबंधित औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखलाओं के लचीलापन और सुरक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए जरूरी हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

 

 

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