पनामा सिटी: यहां स्थित निर्जन द्वीप जिकारॉन पर सफेद चेहरे वाले कैपुचिन बंदरों का एक ऐसा व्यवहार देखने को मिला है। पनामा के पास स्थित इस द्वीप के बंदरों ने वैज्ञानिकों को भी चौंका दिया है।
बताया जा रहा है कि इस द्वीप पर इंसानी दखल नहीं है और न ही कोई प्राकृतिक शिकारी मौजूद हैं, ऐसे में यहां के बंदर एक अजीब प्रवृत्ति अपनाने लगे हैं जो मानव समाज की आदतों से मेल खाती है। पहले तो इन बंदरों का पत्थरों से खाना निकालना और औजारों का इस्तेमाल करना चर्चा में था, लेकिन अब ये हाउलर बंदरों के नवजात बच्चों को उठा रहे हैं बिना किसी मातृत्व भाव या देखभाल के। मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट की वैज्ञानिक ज़ो गोल्ड्सबरो और उनकी टीम ने 15 महीने की स्टडी के दौरान पाया कि पांच नर कैपुचिन बंदरों ने कुल 11 हाउलर बच्चों को उठाया। वीडियो फुटेज में ‘जॉकर’ नाम का एक बंदर दिखाई दिया जो एक हाउलर बच्चे को अपनी छाती से चिपकाए घूम रहा था। पहले यह व्यवहार गोद लेने जैसा प्रतीत हुआ, लेकिन धीरे-धीरे स्पष्ट हो गया कि न तो बंदर बच्चों को खाना दे रहे थे, न ही उनसे कोई स्नेह या सुरक्षा का भाव जुड़ा था। वे बच्चों को केवल एक स्टाइलिश एक्सेसरी की तरह लेकर घूम रहे थे।
वैज्ञानिकों ने इस व्यवहार को इंसानों के फैड से जोड़ा है। ज़ो गोल्ड्सबरो के अनुसार, यह एक प्रकार का सामाजिक ट्रेंड है जैसा इंसानों में फैशन या सोशल मीडिया चैलेंज के रूप में दिखता है। उनका मानना है कि शिकारीरहित वातावरण में इन बंदरों ने अपने व्यवहार में ऐसी कल्चरल विचित्रता विकसित कर ली है। इससे पहले भी जानवरों में ऐसे फैड देखे गए हैं, जैसे ओरका व्हेल्स ने ‘सैल्मन हैट’ चलन अपनाया था या ज़ाम्बिया के चिंपांज़ी अपने कानों में घास डालते थे। दुर्भाग्यवश, कैपुचिन बंदरों द्वारा उठाए गए सभी हाउलर बच्चे या तो मर गए या उनका कोई पता नहीं चला।