बीजिंग, 16 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी पत्रिका बैरन्स की 15 नवंबर की रिपोर्ट में चीन में खपत बढ़ोतरी पर खास ध्यान दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि पेइचिंग और शांगहाई जैसे बड़े महानगर भले ही लंबे समय से चीन के खपत-संचालित बदलाव की चर्चाओं के केंद्र में रहे हों, लेकिन असली कहानी कहीं अधिक शांत इलाकों में आकार ले रही है। तीसरे, चौथे और यहां तक कि पांचवें दर्जे के शहरों में एक धीमी पर मजबूत खपत क्रांति उभर रही है।
रिपोर्ट बताती है कि ये छोटे शहर आने वाले समय में चीनी परिवारों के खर्च की सतत बढ़ोतरी की कुंजी बन सकते हैं। कुछ विश्लेषकों ने तो इन्हें खपत वृद्धि के 'मूक इंजन' तक कहा है। एक परामर्श कंपनी के ताजा आंकड़ों के अनुसार, चीन के आंतरिक और तीसरे-चौथे दर्जे के शहर कई प्रमुख श्रेणियों और चैनलों में खपत-संचालित विकास के मामले में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
रिपोर्ट का विश्लेषण है कि यह प्रवृत्ति इसलिए और अहम है क्योंकि चीन लगातार निर्यात और निवेश पर अपनी निर्भरता घटाकर घरेलू मांग को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है। ऐसे में, अब तक कम आंके गए ये छोटे शहर नई ऊर्जा और स्थिर विकास का रास्ता खोल सकते हैं।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि इन शहरों में खपत वृद्धि कई कारकों से प्रेरित है। सबसे पहले, आंतरिक शहरों में डिजिटल व्यापार और सोशल कॉमर्स का प्रभाव अब भी मजबूत है। दूसरे, छोटे शहरों में रहने का खर्च अपेक्षाकृत कम होने के कारण उपभोक्ताओं के पास इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों, टिकाऊ सामानों और घरेलू यात्रा जैसी गतिविधियों पर अधिक खर्च करने की क्षमता है।
साथ ही, तेजी से आगे बढ़ रहे 'नए प्रकार के शहरीकरण' और बेहतर होती लॉजिस्टिक्स प्रणाली ने मध्यम और छोटे शहरों में खपत के रास्ते और चौड़े किए हैं।
रिपोर्ट मॉर्गन स्टैनली के उन अर्थशास्त्रियों को भी याद करती है, जिन्होंने एक दशक पहले लिखा था कि चीन के तीसरे और चौथे दर्जे के शहरों में खपत में तेज उछाल आएगा और ये शहर चीन के उपभोक्ता बाजार को आगे बढ़ाने वाले असली इंजन बन सकते हैं। मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि उनका अनुमान अब हकीकत में बदल रहा है।
रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि कंपनियों और निवेशकों के लिए संकेत साफ है। चीन की अगली खपत लहर तटीय महानगरों से नहीं, बल्कि आंतरिक छोटे शहरों से उठ सकती है। इन शहरों की विकास कहानी तेज उछाल से कम और स्थिर, टिकाऊ बढ़ोतरी से अधिक जुड़ी है। ये 'मूक इंजन' शोर नहीं मचाते, लेकिन लगातार चलते रहते हैं और यही उनकी असली ताकत है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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