बेटे को गायब किए जाने के विरोध में बलूच परिवार ने 34वें दिन भी किया विरोध प्रदर्शन

क्वेटा, 7 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तानी सेना द्वारा बेटे को जबरन गायब किए जाने के विरोध में बलूच परिवार ने विरोध प्रदर्शन जारी रखा है। बलूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) ने रविवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा उसके बेटे को जबरन गायब करने के विरोध में एक बलूच परिवार लगातार 34वें दिन भी कराची प्रेस क्लब में धरना दे रहा है।

बीवाईसी ने कहा कि जाहिद अली का परिवार उनकी सुरक्षित रिहाई की मांग करते हुए उनके पिता अब्दुल हमीद की बिगड़ती सेहत के बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी रखा है। बीवाईसी के अनुसार, कराची विश्वविद्यालय के 25 वर्षीय छात्र अली को 17 जुलाई को 'जबरन गायब' कर दिया गया था।

बीवाईसी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए बताया कि दिन 34: कराची प्रेस क्लब में जाहिद अली का विरोध शिविर जारी है। कराची विश्वविद्यालय के 25 वर्षीय आईआर छात्र जाहिद अली के परिवार द्वारा धरना शिविर का आज लगातार 34वां दिन है, जिन्हें 17 जुलाई को उनके रिक्शे के साथ जबरन गायब कर दिया गया था। उनके पिता अब्दुल हमीद की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद परिवार ने जाहिद की तत्काल और सुरक्षित रिहाई की मांग करते हुए दृढ़ संकल्प के साथ अपना विरोध जारी रखा है। उनका संघर्ष कराची और बलूचिस्तान में परिवारों को तोड़ने वाले जबरन गायब होने की चल रही लहर की एक दर्दनाक याद दिलाता है।

बीवाईसी ने केच जिले के कोह डागर निवासी मुल्ला बहराम की न्यायेतर हत्या की निंदा की, जिन्हें शनिवार को 'सरकार समर्थित डेथ स्क्वॉड' ने गोली मार दी थी। मानवाधिकार संस्था ने कहा कि यह घटना इलाके में लगातार लक्षित हत्याओं के पैटर्न को दर्शाती है।

बीवाईसी ने शनिवार को एक्स पर साझा किए गए एक बयान में कहा, "मुल्ला बहराम, अब्दुल गफूर के बेटे और कोह डागर, उप-तहसील मंड, जिला केच के निवासी को 6 सितंबर को राज्य समर्थित डेथ स्क्वॉड द्वारा गोली मार दी गई थी। यह घटना मंड के एक अन्य युवक इजहार की हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई, जो क्षेत्र में लगातार लक्षित हत्याओं के एक पैटर्न को रेखांकित करता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपराधी पाकिस्तानी सेना और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के आदेश के तहत काम करने वाले राज्य समर्थित डेथ स्क्वॉड के सदस्य थे।"

मानवाधिकार समूह ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना समर्थित डेथ स्क्वॉड द्वारा एक बलूच किशोर की न्यायेतर हत्या की भी निंदा की, जो पूरे प्रांत में छात्रों, कार्यकर्ताओं और राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाते रहते हैं। इसने बताया कि केच जिले के निवासी इजहार मुजीब की शनिवार को मांड में पाकिस्तानी सेना के मौत के दस्तों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

मानवाधिकार संस्था ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि इजहार पर सुबह उस समय डेथ स्क्वॉड ने गोलियां चलाईं जब वह अपनी दुकान पर था। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई।

--आईएएनएस

एएसएच/डीकेपी

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