भारत और अमेरिकी सैन्य कमांडर्स ने डिफेंस पार्टनरशिप पर की चर्चा

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। भारत और अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य कमांडर्स ने फ्रेमवर्क फॉर इंडिया-यूएस मेजर डिफेंस पार्टनरशिप पर विस्तार से चर्चा की है। यह चर्चा अमेरिका में इंडो-यूएस मिलिट्री कोऑपरेशन ग्रुप की बैठक में हुई। इस फ्रेमवर्क पर बीते सप्ताह दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने हस्ताक्षर किए थे। यह समझौता दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में ठोस कदम है।

बता दें कि भारत और अमेरिका ने रक्षा साझेदारी पर एक ऐतिहासिक समझौता किया है। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री पीटर हेगसेथ से मुलाकात के दौरान 10 वर्षीय ‘फ्रेमवर्क फॉर द यूएस-इंडिया मेजर डिफेंस पार्टनरशिप’ पर हस्ताक्षर किए हैं।

रक्षा मंत्री ने बीते शुक्रवार को कुआलालंपुर में अपने अमेरिकी समकक्ष पीटर हेगसेथ के साथ यह महत्वपूर्ण बैठक व समझौता किया था। इसके तहत दोनों देशों ने 10 वर्षों के लिए 'यूएस-इंडिया मेजर डिफेंस पार्टनरशिप फ्रेमवर्क' पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके बाद अब भारत-अमेरिका के बीच हुई 22वीं मिलिट्री कोऑपरेशन ग्रुप की बैठक में इस समझौते से जुड़े विषयों पर आगे की चर्चा हुई है। इसमें रक्षा सहयोग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा और संयुक्त प्रशिक्षण जैसे विषय शामिल हैं।

भारत के इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ ने बुधवार को बताया कि भारत और अमेरिका के बीच 22वीं मिलिट्री कोऑपरेशन ग्रुप बैठक हवाई में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत की ओर से चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ एयर मार्शल अशुतोष दीक्षित और अमेरिका की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल जोशुआ एम. रुड ने की। बैठक में हाल ही में हस्ताक्षरित समझौते पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसके तहत दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में ठोस प्रगति दर्ज की गई।

बैठक के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, कॉम्बैट मेडिसिन, संयुक्त प्रशिक्षण, और परिचालन लॉजिस्टिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर विशेष बल दिया गया। दोनों पक्षों ने रक्षा नवाचार, प्रौद्योगिकी साझेदारी और क्षमताओं के आदान-प्रदान को गति देने पर सहमति व्यक्त की।

भारत और अमेरिका ने इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने और साझा सुरक्षा उद्देश्यों को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस बैठक को दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है। यह संवाद भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की उस निरंतर प्रगति का प्रतीक है, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने की दिशा में दोनों लोकतांत्रिक देशों की साझा दृष्टि को साकार कर रहा है।

--आईएएनएस

जीसीबी/डीकेपी

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