पोर्ट लुई, 7 अगस्त (आईएएनएस)। भारत और मॉरीशस के बीच पर्यावरण के क्षेत्र में साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए, भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली बैच सौंप दी है। 6 अगस्त को, पोर्ट लुई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारत के हाई कमिश्नर अनुराग श्रीवास्तव ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम को यह बसें औपचारिक रूप से सौंपीं।
यह बसें भारत सरकार द्वारा अनुदान सहायता के तहत दी गई हैं। यह पहल दोनों देशों के बीच मजबूत और जन-केंद्रित साझेदारी को दर्शाती है और साथ ही मॉरीशस के हरित और टिकाऊ भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह परियोजना मॉरीशस की कार्बन उत्सर्जन कम करने की राष्ट्रीय नीति का समर्थन करती है और स्वच्छ, कुशल सार्वजनिक परिवहन की ओर एक अहम बदलाव को चिन्हित करती है।
इस अवसर पर हाई कमिश्नर अनुराग श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि मार्च 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक मॉरीशस यात्रा के दौरान दोनों देशों के रिश्ते को विस्तृत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी में ग्रीन मोबिलिटी एक प्रमुख स्तंभ है।
उन्होंने भारत की ओर से मॉरीशस को समर्थन देने की बात भी दोहराई और बताया कि 8 मेगावॉट का सोलर पीवी फार्म हेनरिएटा में पूरा किया जा चुका है। इसके साथ ही सोलर स्ट्रीट लाइटिंग और रोड्रिग्स द्वीप पर कम्युनिटी सोलर फार्म जैसी कई हरित परियोजनाएं भी चल रही हैं।
प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी की मार्च 2025 की यात्रा को याद किया और भारत सरकार का आभार जताया। उन्होंने 10 इलेक्ट्रिक बसों की इस पहली खेप को मॉरीशस की नेशनल ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एनटीसी) के लिए भारत की एक बड़ी सौगात बताया। इसे भारत-मॉरीशस के विशेष और मजबूत रिश्ते का प्रतीक कहा। प्रधानमंत्री रामगुलाम ने कहा कि यह पहल दोनों देशों की साझा सोच और सतत विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ सार्वजनिक परिवहन न सिर्फ पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह देश के जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने में भी मदद करेगा।
नवीनचंद्र रामगुलाम ने भारत को भविष्य की ओर उन्मुख क्षेत्रों जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लू इकोनॉमी, खाद्य और समुद्री सुरक्षा, और नवीकरणीय ऊर्जा में एक रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के आर्थिक और तकनीकी फायदों की सराहना की और भारत सहित सभी भागीदारों को धन्यवाद दिया।
इस विशेष मौके पर मॉरीशस के कई प्रमुख मंत्री मौजूद रहे, जिनमें पर्यावरण मंत्री राजेश आनंद भगवान, राष्ट्रीय अधोसंरचना मंत्री गोविंदनाथ गनेस, विदेश मंत्री धनंजय रामफुल, भूमि परिवहन मंत्री मोहम्मद उस्मान कासम मोहम्मद, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. कविराज शर्मा सुकॉन, और लोक सेवा मंत्री लच्मन पेंतिया शामिल थे। इनके अलावा जूनियर मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
--आईएएनएस
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