भारत-मॉरीशस रिश्तों में नया अध्याय, रणधीर जायसवाल ने भोजपुरी में जारी किया वीडियो

वाराणसी, 11 सितंबर (आईएएनएस)। भारत और मॉरीशस के रिश्तों में एक नया अध्याय जुड़ा है। गुरुवार को काशी नगरी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के बीच पहली बार आधिकारिक बातचीत हुई, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में और भी मजबूती आई। इस ऐतिहासिक बैठक ने दोनों देशों के बीच पुराने और मजबूत रिश्तों को और भी सुदृढ़ किया है।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस विशेष अवसर पर भोजपुरी में एक वीडियो जारी की है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया है।

उन्होंने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "भारत-मॉरीशस रिश्ते में एक नया अध्याय। सुनिए भोजपुरी में।"

भोजपुरी भाषा में जारी किए गए वीडियो में रणधीर जायसवाल ने कहा, "बनारस घाट से सभी को प्रणाम। खासकर उन्हें, जो मॉरिशस में रहते हैं। आज का दिन भारत-मॉरीशस के संबंधों के लिए एक नया और ऐतिहासिक मोड़ लेकर आया है। पहली बार दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने काशी नगरी में आधिकारिक वार्ता की। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।"

रणधीर जायसवाल ने काशी नगरी की अहमियत को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत और मॉरीशस का रिश्ता काशी की गलियों और गंगा के घाटों से जुड़ा हुआ है। दोनों देशों के रिश्ते की नींव काशी की पवित्रता और मॉरीशस के लोगों की श्रद्धा में है।

रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा, "यह बैठक दोनों देशों के संबंधों में नए दृष्टिकोण और दिशा का परिचायक है।" उन्होंने आगे बताया कि यह पहल भारतीय और मॉरीशस के रिश्तों को मजबूती देने के साथ-साथ एक नए दौर की शुरुआत है, जो विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा।

भारत और मॉरीशस के रिश्ते केवल राजनीतिक और आर्थिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक भी हैं। यह बैठक सांस्कृतिक और धार्मिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। काशी नगरी का इतिहास और मॉरीशस के भारतीय समुदाय की सांस्कृतिक विरासत, दोनों के लिए विशेष महत्व रखते हैं और इस वार्ता के दौरान इन पहलुओं पर भी विचार किया गया।

--आईएएनएस

वीकेयू/डीएससी

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