ढाका, 31 जुलाई (आईएएनएस)। बांग्लादेश के कुमिल्ला जिले के मुरादनगर में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और नेशनल सिटिजन्स पार्टी (एनसीपी) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई। इसमें कम से कम 35 लोग घायल हो गए, जिनमें पांच पत्रकार भी शामिल हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह झड़प बुधवार शाम उस समय हुई जब एनसीपी समर्थकों ने अंतरिम सरकार के स्थानीय सरकारी सलाहकार आसिफ महमूद शोजीब भुइयां के खिलाफ कथित साजिश और दुष्प्रचार के विरोध में 'मुरादनगर उपजिला के सभी तबकों के लोग' नामक बैनर तले एक विरोध रैली निकाली।
रैली के दौरान जब आसिफ के समर्थकों ने “उगाही करने वालों के खिलाफ सीधी कार्रवाई”, “उगाही करने वालों को पकड़ो, जेल में डालो”, और “मुरादनगर की मिट्टी, आसिफ का गढ़” जैसे नारे लगाए, तभी दूसरी ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे-जैसे झड़प बढ़ती गई, व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और लोग इधर-उधर भागने लगे। इस हिंसा में पांच पत्रकारों के घायल होने की भी पुष्टि हुई है।
'नागरिक समाज' के संयोजक मिनाजुल हक ने आरोप लगाया कि यह हमला बीएनपी नेता और पूर्व सांसद काजी शाह मोफज्जल हुसैन कैकोबाद के समर्थकों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
उन्होंने कहा, "जैसे ही हमने रैली निकाली, बीएनपी के लोगों ने हम पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए और हमें दौड़ा-दौड़ाकर मारा। हमारे लगभग 50 समर्थक घायल हो गए।"
मुरादनगर सदर यूनियन परिषद के सदस्य शेखर ने कहा, "हमारी रैली शुरू होते ही बीएनपी के लोगों ने हम पर हमला कर दिया। मेरे सिर में चोट लगी है।"
हालांकि, बीएनपी के मुरादनगर इकाई के संयोजक माहीउद्दीन अंजन ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा, "हमारा विरोध तो आसिफ महमूद द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मामलों के खिलाफ था। उनके समर्थकों ने पुलिस सुरक्षा में हम पर हमला किया।"
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले मंगलवार को भी बीएनपी नेता कैकोबाद के समर्थकों ने मुरादनगर में सलाहकार आसिफ महमूद के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
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