बांग्लादेश के सीईसी ने अधिकारियों को फरवरी के चुनावों में राजनीतिक दलों का समर्थन न करने की चेतावनी दी

ढाका, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) एएमएम नासिर उद्दीन ने मंगलवार को फरवरी 2026 के आम चुनावों से पहले कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगले साल के चुनाव में राजनीतिक दल का समर्थन करने वाले अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने यह बयान ढाका स्थित चुनाव भवन में चुनाव विशेषज्ञों के साथ आयोजित एक संवाद के समापन भाषण के दौरान दिया।

बांग्लादेश के प्रमुख बंगाली दैनिक प्रथम अलो ने मुख्य चुनाव आयुक्त के हवाले से कहा, "अब संदेश पिछले संदेश से अलग है। पिछला संदेश यह था कि अगर आप मेरे लिए काम नहीं करेंगे तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब अगर आप किसी के लिए काम करेंगे तो कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि अब संदेश बिल्कुल स्पष्ट है। हमने यह संदेश कई बार दिया है, और हम इसे देते रहेंगे।"

नासिर उद्दीन ने कहा कि चुनाव आयोग (ईसी) चुनावी प्रक्रिया को धोखाधड़ी और हेराफेरी से बचाने के लिए चुनाव प्रबंधन में व्यावहारिक अनुभव रखने वाले पूर्व आयोग अधिकारियों से सुझाव मांगेगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने संवाद के दौरान कहा, "हम उन लोगों की बात सुनेंगे, जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया है। आपमें से कई लोगों को इस बात का अनुभव है कि चुनावी धोखाधड़ी कैसे की जा सकती है। कई वर्षों तक चुनाव आयोग में काम करने के बाद आप हमें सलाह दे सकते हैं कि कहां और कैसे हेराफेरी होती है ताकि हम उन्हें रोक सकें।"

पिछले महीने नासिर उद्दीन ने कहा था कि देश की मौजूदा स्थिति में चुनाव आयोग को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

ढाका के निर्वाचन भवन में चुनाव अधिकारियों के सम्मेलन-2025 को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अगले साल होने वाले आम चुनावों की तैयारी और विभिन्न मांगों को पूरा करने के दौरान चुनाव आयोग को कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

प्रथोम अलो ने मुख्य चुनाव आयुक्त के हवाले से कहा, "बांग्लादेश में काम करना बहुत मुश्किल है, खासकर देश जिस स्थिति से गुजर रहा है, उसमें काम करवाना कुछ लोगों के लिए तो बहुत आसान है, लेकिन ज्यादातर लोगों के लिए मुश्किल है। देश अब इसी स्थिति में है।"

इससे पहले अगस्त में, नासिर उद्दीन ने देश में अगले साल होने वाले राष्ट्रीय चुनाव के दौरान चुनाव अधिकारियों द्वारा पूर्ण तटस्थता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया था, जिसे उन्होंने सबसे चुनौतीपूर्ण चुनाव बताया था।

अगले आम चुनावों से पहले बांग्लादेश अनिश्चितता और राजनीतिक संघर्षों से घिरा हुआ है।

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित अवामी लीग सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मोहम्मद यूनुस के साथ मिलकर काम करने वाले राजनीतिक दल अब सुधार प्रस्तावों को लेकर आपस में भिड़ गए हैं।

--आईएएनएस

डीकेपी/

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