पटना, 20 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार में मानसून की सक्रियता के बाद गंगा सहित कई नदियों में उफान है। पटना के दियारा इलाकों में बाढ़ का पानी आ जाने के कारण लोगों के सामने भारी परेशानी खड़ी हो गई है। बिहार में गंगा, बूढ़ी गंडक और पुनपुन नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। ये तीनों नदियां खतरे के लाल निशान को पार कर गई हैं।
इसी क्रम में गंगा के जलस्तर बढ़ने से दियारा इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है। धनरुआ, दनियावां और फतुहा के कई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। इस बीच, पटना जिला प्रशासन ने 78 विद्यालयों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। बताया जाता है कि गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद मनेर और दानापुर प्रखंडों के टाल क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी भर गया है।
बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक, रविवार को गंगा नदी पटना जिले में दीघा, गांधीघाट और हाथीदह के पास खतरे के निशान को पार कर गई है जबकि पुनपुन नदी श्रीपालपुर में लाल निशान के ऊपर बह रही है। बूढ़ी गंडक खगड़िया में रौद्र रूप में है और वहां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस बीच, पटना जिले के मनेर में सोन नदी का जलस्तर सुबह छह बजे खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर था। इसके जलस्तर में सोमवार को कमी होने की संभावना है।
इधर, रोहतास जिले में सोन नदी के कटाव को लेकर तटीय गांव के लोग सशंकित हैं। सोन नदी के उफान पर होने के कारण नौहट्टा और तिलौथू इलाकों में बाढ़ का पानी कई गांवों में फैल गया है। बताया गया कि बाढ़ का पानी खेतों में भी फैल गया है, जिससे खड़ी फसलों के भी नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया था। मुख्यमंत्री ने पटना सिटी के कंगन घाट से दानापुर के नासरीगंज घाट तक गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री जेपी गंगा पथ पर एलसीटी घाट से गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लेने के बाद एनआईटी घाट पहुंचे थे, जहां उन्होंने गंगा नदी के बढ़े जलस्तर एवं तटीय इलाकों की वर्तमान स्थिति की पूरी जानकारी अधिकारियों से ली थी।
--आईएएनएस
एमएनपी/एएस