बिहार : नौगछिया का जन औषधि केंद्र बना वरदान, लाभार्थी बोले 'दवाएं खरीदने के लिए अब सोचना नहीं पड़ता'

भागलपुर, 8 मई (आईएएनएस)। भागलपुर के नौगछिया जैसे बाढ़ग्रस्त इलाके के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र वरदान बनकर उभरा है। लोगों का कहना है कि यहां पर अच्छी दवा और सस्ती दवा तो मिलती ही है। लाभार्थियों ने बताया कि जन औषधि केंद्र से गरीबों को काफी मदद मिल रही है।

नौगछिया के केंद्र संचालक अमित कुमार ने बताया कि जन औषधि केंद्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक विजनरी कदम है। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों का इलाज के दौरान घर तक बिक जाता था। उन्‍होंने कहा कि उन्हें इलाज कराने में सबसे पहले आर्थिक समस्‍या आती थी। इस समस्‍या को दूर करने के लिए यह विजनरी कार्यक्रम है। जन औषधि केंद्र की वजह से गरीब परिवार दवा में खर्च होने वाले पैसे को बचाकर 90 प्रतिशत तक सस्‍ती दवाई लेकर पैसे बचा रहा है। केंद्र पर 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक की छूट मिल रही है। उन्‍होंने बताया कि जो पेट दर्द की दवा बाजार में 5 रुपये में मिलती है, वह यहां पर 90 पैसे में 10 गोली दी जा रही है।

दवा लेने आए सुबोध गुप्‍ता ने बताया कि जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाएं 75 प्रतिशत तक सस्‍ती मिल रही हैं। 600 रुपये की दवा मुझे जन औषधि केंद्र पर 150 रुपये में ही मिल जाती है। यहां पर फायदा मिलने के बाद अपने वार्ड के सभी लोगों को यहीं से ही दवा लेने के लिए कहा है, जिससे सभी को इसका फायदा मिल सके। उन्‍होंने कहा कि अब बाजार से हम लोग कम ही दवाएं लेते हैं। इसके लिए हम प्रधानमंत्री मोदी को बहुत धन्‍यवाद देते हैं। हम लोगों को बहुत सारा पैसा इलाज में ही खर्च हो जाता था।

दवा लेने आई निशा कुमारी ने बताया कि बाहर हम दो हजार में दवा लेते थे, वह जन औषधि केंद्र पर तीन गुना तक कम में मिल रहा है। प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि कुछ दवाएं यहां नहीं मिलती हैं, उनको भी उपलब्‍ध कराया जाए।

गौरतलब है कि 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी)' एक अभियान है जिसे फार्मास्यूटिकल्स विभाग ने केंद्रीय फार्मा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के साथ मिलकर शुरू किया है। इसका उद्देश्य 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' समर्पित दुकानों के माध्यम से आम जनता को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है।

--आईएएनएस

एएसएच/केआर

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