मुंबई: टीवी की तुलसी यानी स्मृति ईरानी छोटे पर्दे पर दोबारा वापसी कर चुकी हैं। उनका सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी-2' फैंस को बेहद पसंद आ रहा है।
तुलसी के पर्दे पर आते ही एक बार फिर उनकी पारंपरिक साड़ियां सुर्खियों में आ गई हैं, और अब स्मृति ईरानी ने खुद पूरे प्यार और सम्मान के साथ पारंपरिक कला को जिंदा रखने के लिए डिजाइनर गौरांग शाह को धन्यवाद दिया है।
स्मृति ईरानी ने गौरांग शाह के पोस्टर को रिपोस्ट किया है और इतनी प्यारी और कलात्मकता से सजी हुई साड़ियों के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, "आपकी कला हमारी विरासत को पूरे सम्मान के साथ जीवंत करती है, गौरांग शाह। सहयोग के लिए आपका बहुत धन्यवाद।" पोस्ट से साफ है कि 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी-2' में गौरांग शाह की पारंपरिक साड़ियों का इस्तेमाल हो रहा है।
इससे पहले गौरांग ने भी खुशी जाहिर की थी। उनका कहना था कि एक बार फिर छोटे पर्दे पर अपनी कला को प्रदर्शित कर वे बहुत खुश हैं।
गौरांग शाह कोई छोटा नाम नहीं है, बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित करने वाले डिजाइनर हैं। गौरांग पारंपरिक भारतीय वस्त्रों की कला के संरक्षण और उनका पुनरुद्धार करने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी जामदानी बुनाई सबसे ज्यादा फेमस है, जिससे वे अलग-अलग डिजाइन के साथ क्लासी साड़ियां बना चुके हैं। गौरांग शाह द्वारा बनाई गई साड़ियां बॉलीवुड की कई बड़ी एक्ट्रेसेस पहन चुकी हैं, जिनमें सोनम कपूर, राधिका आप्टे, तापसी पन्नू और शिल्पा शेट्टी शामिल हैं।
डिजाइनर ने आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के पास बसे गांवों में आज भी अपनी कला और संस्कृति को जिंदा रखा है। ये गांव अपनी बुनाई की पुरानी धरोहर को संजोकर रखने के लिए ही प्रसिद्ध हैं। यहां आज भी कपड़े बनाने के लिए हथकरघा तकनीक का इस्तेमाल होता है।
गौरांग इकत, कांजीवरम, उप्पदा, और जामदानी जैसे पारंपरिक डिजाइन की साड़ी और वस्त्र बनाते हैं। उन्हें साल 2019 में बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन का अवॉर्ड मिला था। ये अवॉर्ड उन्हें तेलुगु फिल्म 'महानती' के लिए मिला था। इसके अलावा, उन्होंने 'मेड इन हेवन' में राधिका आप्टे की दुल्हन आउटफिट के लिए भी सराहा गया था।
--आईएएनएस
