मुंबई: टीवी की दुनिया में कुछ कलाकार ऐसे होते हैं जिनकी सादगी और मासूमियत दर्शकों को अपना दीवाना बना लेती है। सनाया ईरानी ऐसी ही अभिनेत्री हैं, जिन्हें हम ‘गुंजन’ (मिले जब हम तुम) और ‘खुशी’ (इस प्यार को क्या नाम दूं?) जैसे किरदारों से पहचानते हैं।
उनकी सफलता के पीछे कोई बड़ी योजना नहीं थी, बल्कि एक अनचाही मुलाकात और किस्मत के एक छोटे से मोड़ की कहानी है। यह किस्सा बताता है कि कैसे एक कॉफी शॉप में हुई मुलाकात ने एक मॉडल को एक लोकप्रिय अभिनेत्री बना दिया। इस बारे में सनाया ने एक इंटरव्यू में बताया था।
17 सितंबर 1983 को जन्मी सनाया ने अपने करियर की शुरुआत एक मॉडल के रूप में की थी। वह उस समय मॉडलिंग की दुनिया में अपना नाम बनाने के लिए संघर्ष कर रही थीं। एक दिन जब वह अपने दोस्तों के साथ मुंबई के एक कैफे में बैठी थीं, तो एक जाने-माने निर्देशक की नजर उन पर पड़ी। निर्देशक उनके पास आए और कहा कि वह उन्हें अपनी एक फिल्म में लेना चाहते हैं।
सनाया पहले तो हैरान रह गईं क्योंकि उन्होंने कभी एक्टिंग के बारे में सोचा भी नहीं था। फिर भी, उन्होंने निर्देशक की बात मानकर ऑडिशन के लिए हां कर दी। जब वह ऑडिशन देने गई, तो उन्हें एक भावनात्मक सीन करने के लिए दिया गया, जिसमें उन्हें रोना था। सनाया ने पूरी कोशिश की लेकिन वह रो नहीं पाईं। निराश होकर वह घर वापस आ गईं। उन्हें लगा कि यह मौका उनके हाथ से निकल गया।
लेकिन निर्देशक को उनकी मासूमियत और ईमानदार व्यक्तित्व पसंद आ गई थी। उन्होंने सनाया से दोबारा संपर्क किया और उन्हें एक और मौका दिया। इस बार उन्हें रोने के बजाय एक सिंपल सीन दिया गया, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।
यह बात शायद कम ही लोग जानते हैं कि सनाया को वह फिल्म नहीं मिली थी, लेकिन इस अनुभव ने उनके लिए एक नया रास्ता खोल दिया। उस निर्देशक ने सनाया को एक्टिंग में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
कुछ समय बाद जब एक कास्टिंग डायरेक्टर ने उन्हें टीवी शो 'मिले जब हम तुम' के लिए ऑडिशन देने को कहा, तो उन्हें वह पुराना अनुभव याद आया। उन्होंने ऑडिशन दिया और उन्हें ‘गुंजन’ का किरदार मिल गया। यह किरदार उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
टीवी सीरियल के अलावा सनाया ईरानी कई फिल्मों और वेब सीरीज में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने आमिर खान की फिल्म 'फना' में भी एक अहम किरदार निभाया था। वह रियलिटी शो बिग बॉस और झलक दिखलाजा में भी हिस्सा ले चुकी हैं।