मुंबई, 5 अगस्त (आईएएनएस)। संगीतकार तनिष्क बागची को हालिया रिलीज फिल्म 'सैयारा' के टाइटल ट्रैक की जबरदस्त सफलता के लिए खूब सराहना मिल रही है। तनिष्क का कहना है कि इस एल्बम की प्रतिक्रिया हिंदी फिल्म म्यूजिक मार्केट में सकारात्मक बदलाव का संकेत देती है। उनका मानना है कि हमारा संगीत लोगों के लिए प्राणायाम की तरह है।
'सैयारा' की सफलता से उत्साहित तनिष्क ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बताया कि म्यूजिक इंडस्ट्री लगातार आगे बढ़ रही है। उनका मानना है कि इंस्टाग्राम रील्स और ऑडियो स्ट्रीमिंग सेवाओं के तेजी से विस्तार के कारण म्यूजिक मार्केट में कई प्रयोग हो रहे हैं। लेकिन, अब यह स्पष्ट हो चुका है कि दर्शक रोबोटिक धुनों से इतर मेलोडी और भावनात्मक गहराई वाले गानों की तलाश में हैं।
तनिष्क ने बताया, "म्यूजिक इंडस्ट्री में बदलाव आ रहा है। ऐसा बदलाव पहले सिर्फ एआर रहमान के समय आया था, जब एक नया ट्रेंड सेट हुआ था। मैं यह नहीं कहूंगा कि 'सैयारा' एक ट्रेंड है, बल्कि यह एक खोई हुई भावना का पुनर्जन्म है, जैसा कि नदीम-श्रवण और आनंद-मिलिंद के दौर में था।"
उन्होंने 'सैयारा' के निर्देशक मोहित सूरी की तारीफ करते हुए कहा कि मोहित ने अपनी कहानी कहने की कला के जरिए संगीत में भावनाओं को फिर से जीवंत किया है।
'सैयारा' के गाने पारंपरिक नियमों को तोड़ते हैं। ये गाने लंबे, मधुर और बार-बार सुनने योग्य हैं। तनिष्क ने बताया कि इस एल्बम ने संगीत की दिशा बदल दी है।
उन्होंने कहा, "अब लोग लंबे और गहरे गाने सुनना चाहेंगे। 15 सेकंड की रील्स का दौर खत्म हो चुका है। अब एक मिनट की रील्स बनानी होंगी, जिसके लिए पूरे गाने को सुनना जरूरी होगा।"
तनिष्क ने 'सैयारा' टाइटल ट्रैक को 'हीलर' बताया और कहा, "जब लोग ठीक होना चाहते हैं, तो वे योग या प्राणायाम करते हैं। प्राणायाम 5 सेकंड में नहीं होता, यह एक प्रक्रिया है। हमारा संगीत लोगों के लिए प्राणायाम की तरह है, जो उन्हें स्थिरता देगा।"
हाल ही में 'सैयारा' टाइटल ट्रैक स्पॉटिफाई ग्लोबल टॉप 5 में शामिल हुआ है।
--आईएएनएस
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