Monali Thakur Biography: 'जरा-जरा टच मी' ने बदली मोनाली ठाकुर की जिंदगी, एक गाने से मिला दोहरा मौका

मोनाली ठाकुर का सफर — इंडियन आइडल से नेशनल अवॉर्ड विजेता सिंगर तक
'जरा-जरा टच मी' ने बदली मोनाली ठाकुर की जिंदगी, एक गाने से मिला दोहरा मौका

मुंबई:  बॉलीवुड की मशहूर सिंगर मोनाली ठाकुर की आवाज हमेशा से ही लोगों के दिलों को छूती आई है। उनकी मधुर और भावपूर्ण आवाज ने उन्हें न केवल फिल्मों में बल्कि संगीत प्रेमियों के बीच भी खास पहचान दिलाई है।

मोनाली के करियर की शुरुआत छोटी-छोटी प्रतियोगिताओं और स्कूल के फंक्शन्स से हुई थी, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और टैलेंट से धीरे-धीरे बॉलीवुड में जगह बनाई। खास बात यह है कि उनके करियर की शुरुआत में ही ऐसा मौका आया, जिसने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी।

मोनाली ठाकुर का जन्म 3 नवंबर 1985 को पश्चिम बंगाल में एक संगीत परिवार में हुआ था। उनके पिता, शक्ति ठाकुर, खुद एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे और उनकी बहन, मेहुली ठाकुर भी एक पेशेवर पार्श्व गायिका हैं। ऐसे परिवार में जन्म लेने की वजह से मोनाली को बचपन से ही संगीत में रुचि रही। उन्होंने भारतीय संगीत की शिक्षा पंडित जगदीश प्रसाद और अजय चक्रवर्ती से प्राप्त की। बचपन में ही मोनाली ने कई स्कूल और कॉलेज की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और अपनी गायकी से सभी का ध्यान खींचा।

मोनाली ने अपना करियर बड़े स्तर पर तब शुरू किया, जब उन्होंने 2006 में लोकप्रिय सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल 2' में भाग लिया। शो में उनकी मधुर आवाज और स्टेज पर परफॉर्मेंस ने दर्शकों को खूब प्रभावित किया। हालांकि वह टॉप 9 कंटेस्टेंट्स में ही शामिल हुईं, लेकिन विजेता नहीं बन पाईं। इस शो ने उन्हें बॉलीवुड में कदम रखने का अवसर दिया।

मोनाली के करियर का सबसे बड़ा मोड़ 2008 में आया, जब उन्हें फिल्म 'रेस' में गाने का मौका मिला। शुरू में उन्हें केवल एक गाना 'जरा-जरा टच मी' गाने को दिया गया था, लेकिन उनकी रिकॉर्डिंग इतनी शानदार थी कि फिल्म के निर्देशक अब्बास-मस्तान और म्यूजिक डायरेक्टर प्रीतम इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने मोनाली को दूसरा गाना 'ख्वाब देखें झूठे मूठे' भी गाने का मौका दे दिया। इस घटना ने मोनाली के करियर को एक नई ऊंचाई दी और दोनों गाने सुपरहिट साबित हुए। इस सफलता के बाद मोनाली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और बॉलीवुड में लगातार अपने लिए जगह बनाई।

इसके बाद मोनाली ने कई हिट गाने दिए। फिल्म 'लुटेरा' का गाना 'संवार लूं', फिल्म 'दम लगा के हइशा' का 'मोह मोह के धागे', और 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' का टाइटल सॉन्ग 'बद्री की दुल्हनिया' जैसे गाने उनकी पहचान बने। उनके गाने केवल लोकप्रिय ही नहीं हुए, बल्कि उन्हें कई पुरस्कार भी मिले। 'संवार लूं' गाने के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया, जबकि 'मोह मोह के धागे' ने उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड दिलाया।

मोनाली सिर्फ एक बेहतरीन गायिका ही नहीं, बल्कि एक शानदार डांसर भी हैं। उन्होंने भरतनाट्यम, साल्सा और हिप-हॉप डांस की ट्रेनिंग ली। इसके अलावा, उन्होंने बंगाली फिल्मों में भी कई गाने गाए हैं और इंडिपेंडेंट म्यूजिक एल्बम में भी अपनी आवाज दी है।

 

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