Mamta Kulkarni Spiritual Journey: मैं अपना सबकुछ ईश्वर पर छोड़ चुकी हूं : ममता कुलकर्णी

ममता कुलकर्णी कल्किधाम में देंगी शिला दान, बोलीं—भगवान के विशेष प्रयोजन से आई हूं
मैं अपना सबकुछ ईश्वर पर छोड़ चुकी हूं : ममता कुलकर्णी

मुंबई: अभिनेत्री ममता कुलकर्णी जल्द ही श्री कल्किधाम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी। अभिनेत्री ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की। उनका मानना है कि ईश्वर हर किसी को एक प्रयोजन के साथ धरती पर भेजते हैं। उन्होंने कहा, जगत जननी ने मुझे पुण्य कर्मों के लिए भेजा है।

ममता कुलकर्णी ने बताया, “मेरा मानना है कि ईश्वर हम लोगों को एक खास प्रयोजन के साथ दुनिया में भेजते हैं और मेरा जन्म भी खास प्रयोजन या इसी तरह के पुण्य कर्मों के लिए हुआ है।"

कल्कि धाम जाने के लिए उत्साहित ममता कुलकर्णी ने कहा कि जगत जननी ने मुझे इसी काम के लिए भेजा है। वे पहले महाकुंभ में स्नान करने गई थीं। लेकिन, वे वहां से महामंडलेश्वर बनकर लौटीं।

अभिनेत्री ने कहा, “मैं प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला में स्नान करने गई थी। लेकिन, वहां से महामंडलेश्वर बनकर लौटी। यह समझना मुश्किल है कि भगवान किस उद्देश्य से और कहां जाने का आदेश देते हैं। मैं इसे भगवान की इच्छा पर छोड़ देती हूं, यह विश्वास रखते हुए कि श्री कल्किधाम की यात्रा और शिला दान का कार्य भी भगवती की इच्छा या किसी विशेष प्रयोजन से प्रेरित है। यह आध्यात्मिकता और भगवान के प्रति समर्पण को दिखाता है। शायद भगवती का आदेश हो या उनका एक प्रयोजन हो कि मुझे श्री कल्किधाम जाकर वहां शिला दान मेरे हाथ से हो, इसलिए मैं वहां जा रही हूं।"

इससे पहले ममता कुलकर्णी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में बात करते हुए शुक्रवार को राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें सबूत चाहिए, तो 10 दिन के लिए पाकिस्तान चले जाएं।

ममता कुलकर्णी ने कांग्रेस नेता पर तंज कसते हुए कहा, “सबूत चाहिए तो 10 दिन के लिए पाकिस्तान चले जाइए। उनका क्या हाल है, यह खुद देख आइए। हिंदुस्तानियों को जो करना था, उन्होंने करके दिखा दिया।"

इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता शशि थरूर की तारीफ की और बताया कि वह अच्छे इंसान हैं। ममता ने यह भी बताया कि उनकी राजनीति में आने की कोई मंशा या योजना नहीं है।

कल्कि धाम से जुड़ी अभिनेत्री ने कहा, “कल्कि विष्णु जी के 10वें अवतार माने जाते हैं। मुझे एक शिलान्यास के लिए आमंत्रित किया गया है और यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैंने 25 साल ध्यान और तप किया है और इस पुण्य कर्म के लिए मेरा चयन हुआ है। मुझे सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार ही करते रहना है।"

उन्होंने बताया, “अब भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो भगवान को नहीं मानते हैं। वे लोग कहते हैं कि भगवान का अस्तित्व ही नहीं है और अगर है तो कहां है? दुनिया में इतनी सारी चीजें हो रही हैं तो ईश्वर कहां है? यह सोचना गलत है।"

 

 

 

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