Celebrity Personal Stories: शादी की चाह थी, लेकिन अब अकेले जीने में सुकून : दिव्या दत्ता

दिव्या दत्ता का खुलासा: अकेले रहना टॉक्सिक रिश्ते से बेहतर
शादी की चाह थी, लेकिन अब अकेले जीने में सुकून : दिव्या दत्ता

मुंबई:  अभिनेत्री दिव्या दत्ता अपनी शानदार एक्टिंग के साथ बेबाकी के लिए भी सुर्खियों में बनी रहती हैं। अभिनेत्री ने अपनी जिंदगी को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि किसी टॉक्सिक रिलेशन में रहने से अच्छा है, इंसान अकेले रह ले।

आईएएनएस से खास बातचीत में जब दिव्या से पूछा गया, "क्या आपने सोच-समझकर अकेले रहने का रास्ता चुना, या ये सब आपके साथ जीवन की बदलती प्राथमिकता के साथ होता चला गया?" तो उन्होंने बताया, "बिलकुल... ये सब धीरे-धीरे अपने आप ही हो गया।"

दिव्या ने कहा, "मेरा ध्यान सिर्फ शादी पर केंद्रित था। मैं यश चोपड़ा और करण जौहर की फिल्में देखकर बड़ी हुई हूं, जिसमें यह दिखाया जाता था कि लोग पूरे रीति-रिवाज के साथ शादी करके खुशनुमा जिंदगी बिताते हैं। लेकिन, फिर गुजरते वक्त के साथ एहसास हुआ कि इस तरह के करियर में आपको एक ऐसे पार्टनर की भी जरूरत होती है, जो इस स्थिति को समझने की क्षमता रखता हो।

एक्ट्रेस बताती हैं कि इस चुनौतीपूर्ण पेशे में एक ऐसे पार्टनर की बहुत जरूरत होती है, जो पेशे की जटिलताओं को समझे और खुद भी आत्मविश्वास से भरा हो। साथ ही संवेदनशील और समझदार हो। लेकिन, कभी ऐसा पार्टनर मिल जाता है और कभी नहीं भी मिल पाता।

हालांकि, उन्होंने महसूस किया कि अभिनय जैसे व्यस्त और जटिल पेशे में एक ऐसे साथी की जरूरत होती है जो समझदार और संवेदनशील हो। "इस पेशे की मांगों को समझने वाला साथी मिलना जरूरी है, जो खुद में आत्मविश्वास रखे और संवेदनशील हो। कभी-कभी ऐसा साथी मिलता है, कभी नहीं।"

दिव्या ने कहा, "मुझे लगता है कि एक टॉक्सिक रिलेशन में रहने से बेहतर है कि आप खुद के साथ, शांति से, एक खूबसूरत जिंदगी जिएं और अपना ध्यान वहां लगाएं जहां जरूरत है।"

अभिनेत्री ने आगे कहा, "और हां, मैं मानती हूं कि मेरी प्रभावशाली छवि है, जिसकी वजह से कोई भी इंसान मुझे अप्रोच करने से पहले झिझकता है, लेकिन फिर धीरे-धीरे नॉर्मल होने लगता है। मैं अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीती हूं, और ये बात सबको साफ नजर आती है।"

बता दें, हाल ही में अभिनेत्री राजनीतिक ड्रामा वेब सीरीज 'मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स' में नजर आईं।

यह सीरीज आंध्र प्रदेश की राजनीति पर आधारित है। 1990 के दशक की अस्थिर राजनीति को दर्शाया गया है। नारा चंद्रबाबू नायडू और वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की दोस्ती से लेकर उनकी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को बड़ी खूबसूरती से उकेरा गया है। इसमें आदिवि शेष, चैतन्य राव, साय कुमार, श्रीकांत अय्यर और नासर जैसे कलाकार शामिल हैं। निर्देशन देवा कट्टा और किरण जय कुमार ने मिलकर किया है। यह सीरीज 7 अगस्त से सोनी लिव पर स्ट्रीम हो रही है।

 

 

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