Anupam Kher Struggles : 'सारांश' का किस्सा शेयर कर अनुपम खेर बोले, चुप रह जाता तो आज इस मुकाम पर न होता

अनुपम खेर ने संघर्षों को याद किया, 'तन्वी द ग्रेट' फिर रिलीज होगी
'सारांश' का किस्सा शेयर कर अनुपम खेर बोले, चुप रह जाता तो आज इस मुकाम पर न होता

मुंबई: फिल्म इंडस्ट्री में चार दशक से ज्यादा का समय बिता चुके दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने हाल ही में अपने करियर के शुरुआती दिनों के संघर्षों को याद करते हुए एक बेहद भावुक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि लाखों लोग मुंबई शहर में सपने लेकर आते हैं, लेकिन मौका कुछ ही लोगों को मिलता है। ऐसे में हार नहीं माननी चाहिए।

आईएएनएस से बात करते हुए अनुपम खेर ने बताया कि कैसे उन्हें उनकी पहली बड़ी फिल्म 'सारांश' में रोल मिलने के बाद भी अचानक हटाकर उनकी जगह पर अनुभवी अभिनेता संजीव कुमार को ले लिया गया था। यह उनके लिए एक झटका था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अनुपम खेर फिल्म निर्देशक महेश भट्ट से बार-बार मिलते रहे और आखिरकार उन्हें वह मौका मिल ही गया, जिसने उनका करियर बना दिया।

अनुपम खेर ने आईएएनएस से कहा, "जिंदगी ने कई बार मुझे परखा है। 1984 में रिलीज हुई 'सारांश' फिल्म में अपने रोल के लिए मैं पूरी तरह तैयार था, लेकिन फिर मुझे बाहर कर दिया गया। अगर मैंने उस समय चुप्पी साध ली होती और खुद के लिए खड़ा नहीं होता तो शायद आज मैं इस मुकाम पर नहीं होता। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे मौके कई बार आते हैं, जहां आपको खुद के लिए लड़ना पड़ता है।"

उन्होंने बताया कि यश चोपड़ा की फिल्म 'लम्हे' के समय भी उन्हें कुछ ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, ''मेरे 40 साल के करियर में हर सफलता के पीछे संघर्ष की एक कहानी है।''

अनुपम खेर ने कहा, ''दर्शक हमेशा एक अच्छी प्रेम कहानी की तलाश में रहते हैं और मोहित सूरी जैसे निर्देशक 'आशिकी' जैसी फिल्मों के जरिए उस पुराने जादू को वापस लाए हैं। फिल्मों के गाने भी जब दर्शकों को पसंद आते हैं, तो फिल्म की पहचान और भी मजबूत हो जाती है पर डिस्ट्रीब्यूटर और थिएटर मालिक केवल उन्हीं फिल्मों पर ध्यान देते हैं जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करती हैं। बाकी अच्छी फिल्मों को वह नजरअंदाज कर देते हैं।''

अपनी फिल्म 'तन्वी द ग्रेट' के दोबारा रिलीज होने को लेकर अनुपम खेर ने बताया, "मैं दूसरे मौके पर पूरी तरह विश्वास रखता हूं। जैसे देश की सेवाओं में, चाहे वह आईएएस हो या आईपीएस, लोगों को दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलता है, उसी तरह फिल्मों को भी दोबारा दर्शकों के सामने आने का अवसर मिलना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म अच्छी बनी है। पहली बार में वह ज्यादा दर्शकों तक नहीं पहुंच सकी, इसलिए अब वह इसे फिर से रिलीज कर रहे हैं। यह फिल्म 26 सितंबर को सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी। अनुपम खेर ने बताया कि इस बार यह केवल 20 शहरों में सीमित तौर पर रिलीज होगी। इसके बाद इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी लाया जाएगा।

 

 

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